IGNOU 37th Convocation Ceremony : शिक्षा के क्षेत्र में विश्व स्तर पर पहचान बना रहा है इग्नू : डा. एमएल छाबड़ा  

0
187
IGNOU 37th Convocation Ceremony
  • इग्नू से डिग्री लेने वालों की संख्या में हुई तीन गुना बढ़ोतरी: डा. धर्म पाल
  • हर वर्ग को शिक्षित बना रहा है इग्नू: डा. धर्म पाल

Aaj Samaj (आज समाज),IGNOU 37th Convocation Ceremony,पानीपत : इग्नू क्षेत्रीय केंद्र करनाल के क्षेत्रीय निदेशक प्रभारी डॉ. धर्मपाल ने बताया  इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू), शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा 37वें दीक्षांत समारोह का आयोजन इग्नू के मुख्यालय एवं 39 क्षेत्रीय केन्द्रों पर एक साथ किया गया। इग्नू के 37वें दीक्षांत समारोह में मुख्यालय नई दिल्ली पर उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ बतौर मुख्यातिथि रहे। इग्नू के 37वें दीक्षांत समारोह में कुल तीन लाख आठ हजार पांच सो चौरासी विद्यार्थियों को डिग्री, डिप्लोमा और प्रमाण पत्र प्रदान किये गए। डॉ.धर्म पाल ने बताया कि इग्नू क्षेत्रीय केंद्र करनाल के अंतर्गत लगभग 20000 प्रतिभागि उपाधि (डिग्री/ सर्टिफिकेट) लेने के लिए पात्र थे जिनमे से 250 विद्यार्थियों को डिग्री देने के लिए बुलाया गया।

 

इग्नू ने देश में उच्च शिक्षा की वृद्धि एवं लोकतंत्रीकरण में महत्वपूर्ण योगदान दिया

इग्नू क्षेत्रीय केंद्र करनाल पर आयोजित समारोह में डॉ मनोहर लाल छाबड़ा, निदेशक, गन्ना प्रजनन संस्थान, करनाल ने बतौर विशिष्ट अतिथि शिरकत की। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना द्वारा की गयी। इसके बाद विशिष्ट अतिथि का पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया गया। डा अमित कुमार जैन ने आये हुए अतिथियों का स्वागत किया और विशिष्ट अतिथि डॉ एमएल छाबड़ा की शैक्षणिक उपलब्धियों के बारे में अवगत करवाया। क्षेत्रीय केंद्र करनाल के क्षेत्रीय निदेशक प्रभारी डा. धर्म पाल ने क्षेत्रीय केंद्र करनाल की प्रगति रिपोर्ट प्रसूत करते हुआ बताया पिछले 10 वर्षों में इग्नू ने देश में उच्च शिक्षा की वृद्धि एवं लोकतंत्रीकरण में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, जिसके परिणामस्वरूप इग्नू एनईपी-2020 द्वारा परिकल्पित सकल नामांकन दर की वृद्धि में अपना निरंतर योगदान दे रहा है।

 

एक लचीली और कम लागत वाली शिक्षार्थी केंद्रित रणनीति का अनुसरण करता है

इग्नू देश के सभी तबकों तक उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करने के लिए समता, पहुँच और गुणवत्ता पर जोर देने के साथ साथ एक लचीली और कम लागत वाली शिक्षार्थी केंद्रित रणनीति का अनुसरण करता है। इग्नू विश्व भर में बसे अपने विविध किस्म के शिक्षार्थियों, दिव्यांगजन, ट्रांसजेंडर, जेल कैदियों, सेक्स वर्कर, अग्निवीर, सैन्य सेवाओं के जवान और अधिकारी सहित, समाज के आर्थिक रूप से कमजोर तबकों, युवाओं, महिलाओं, कृषकों आदि की स्थान, अध्ययन की रफ़्तार और समय सम्बंधित विविध आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु इन सभी को उच्च शिक्षा के अवसर प्रदान करने के लिए निरंतर प्रयासरत है।

 

पिछले 32 वर्षों से कड़ी मेहनत कर रहा है इग्नू

उन्होंने कहा कि इग्नू क्षेत्रीय केंद्र करनाल उच्च शिक्षा में समानता, समावेशिता, गुणवत्ता, पहुँच और सामथ्र्य के अपने मिशन को पूरा करने के लिए पिछले 32 वर्षों से कड़ी मेहनत कर रहा है इग्नू, क्षेत्रीय केंद्र करनाल,  गुरुग्राम, फरीदाबाद, मेवात, पलवल, अम्बाला और पंचकूला को छोडक़र हरियाणा के 16 जिलों में अपने 31 अध्ययन केन्द्रो के माध्यम से प्रदेश के कोने कोने तक गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा पहुंचाने का प्रयास कर रहा है इन प्रयासों के उत्साहवर्धक परिणाम भी प्राप्त हो रहे है। विद्यार्थियों की संख्या में उत्तरोत्तर वृद्धि एक अच्छा संकेत है और दूरस्थ शिक्षा के क्षेत्र में इग्नू की सकारात्मक भूमिका का परिचायक भी है। उन्होंने कहा कि मुझे यह बताते हुए ख़ुशी हो रही है की 8597 विद्यार्थियों से शुरुआत करते हुए वर्तमान में क्षेत्रीय केंद्र करनाल के अंतर्गत लगभग 80000 से ज्यादा विद्यार्थी सफलतापूर्वक उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहे है।

 

10 वर्षों के दौरान विश्विद्यालय ने ताज़ा नामांकन में 70 प्रतिशत से अधिक

उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों के दौरान विश्विद्यालय ने ताज़ा नामांकन में 70 प्रतिशत से अधिक और पुन: पंजीकरण में 80 प्रतिशत से अधिक की अभूतपूर्व वृद्धि को दर्शाया है। इग्नू नामांकन की द्रष्टि से विश्व का सबसे बड़ा विश्विद्यालय बन गया है। इग्नू ने बालिकाओं, गृहणियों एवं कामकाजी महिलाओं की शिक्षा पर सदैव विशेष ध्यान केंद्रित किया है। पिछले 10 वर्षों के दौरान जहाँ वर्ष 2013-14 में महिला शिक्षार्थी 44.80 प्रतिशत थी वहीं 2022-23 में यह बढक़र 49.29 प्रतिशत हो गया है पिछले 10 वर्षों में ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुँच बढ़ाने में भी इग्नू ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है वर्ष 2013-14 में जहाँ ग्रामीण क्षेत्रों से शिक्षार्थियों का नामांकन 41 प्रतिशत था 2022-23 में यह बढक़र 51 प्रतिशत हो गया है वर्ष  2013-14 की तुलना में 2022-23 में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़े वर्गों में भी विद्यार्थियों की संख्या में भी खासी बढ़ोतरी हुई है। इग्नू सार्क देश,अरब देश एवं अफ्ऱीकी देशों में बसे अपने हजारों शिक्षार्थियों की आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु 15 देशों में स्थापित 25 विदेशी अध्ययन केंद्रों के अपने नेटवर्क के माध्यम से अपनी वैश्विक मौजूदगी को दर्शाता है। आंकड़ों की दृष्टि से विदेशी अध्ययन केंद्रों के माध्यम से पंजीकृत अंतराष्ट्रीय शिक्षार्थियों का नामांकन 81736 से अधिक है। इग्नू अनेक ऐसे अत्याधुनिक शैक्षणिक कार्यक्रमों की पेशकश कर रहा है जो 21वीं शताब्दी के शिक्षार्थियों के कौशल उत्थान हेतु आवश्यक है। शिक्षार्थियों को इग्नू द्वारा संचालित पाठ्यक्रमों में से अपनी रूचि के पाठ्यक्रमों का चयन करने की स्वतंत्रता, इग्नू में प्रवेश के लिए शिक्षार्थियों को प्रेरित करती है।

 

विद्यार्थियों को समय का सदुपयोग करना चाहिए

37वें दीक्षांत समारोह के विशिष्ट अतिथि डॉ एमएल छाबड़ा ने विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा विद्यार्थियों के लिए दीक्षांत समारोह की एक विशेष अहमियत होती है। आज एक ऐसा दिन है जब हम अपने विद्यार्थियों की सफलता और उपलब्धियों के लिए उनको प्रोत्साहित करता हूँ जोकि उन्होंने कड़ी मेहनत और समर्पण से हासिल की है। उन्होंने कहा विद्यार्थियों को समय का सदुपयोग करना चाहिए और जीवन में संयम रखना चाहिए, ताकि आप एक ऊंचा मुकाम हासिल कर पाएं। उन्होंने कहा की इग्नू एक ऐसा विश्विद्यालय है जो विश्व पटल पर शिक्षा के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाई है और ऐसे विश्विद्यलय से डिग्री पाना विद्यार्थियों के लिए एक गौरव की बात है। मैं सभी विद्यार्थियों को डिग्री मिलने पर फिर से बधाई देता हूँ। मंच संचालन किरण सचदेवा द्वारा किया गया और कार्यक्रम के अंत में इग्नू के अनुभाग अधिकारी रोबिन वर्मा ने धन्यवाद ज्ञापन किया।

 

Connect With Us: Twitter Facebook