गौ माता ऐसी ठोकर खाएगी- कचरा खाएगी तो मेरा भारत विश्व गुरु नहीं बन सकता: पीठाधीश्वर परशुराम महाराज

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गौ माता ऐसी ठोकर खाएगी- कचरा खाएगी तो मेरा भारत विश्व गुरु नहीं बन सकता: पीठाधीश्वर परशुराम महाराज
गौ माता ऐसी ठोकर खाएगी- कचरा खाएगी तो मेरा भारत विश्व गुरु नहीं बन सकता: पीठाधीश्वर परशुराम महाराज
आज समाज डिजिटल, पानीपत:
पानीपत। धर्म नगरी पानीपत जगन्नाथ मंदिर के सामने पशु अस्पताल में चल रही गौ कथा में शक्ति भक्ति पीठाधीश्वर परशुराम महाराज ने कहा गैया मैया तू कितनी प्यारी है। सारे जग की तू प्राण दुलारी है। आप सभी प्रेमी जब तक मेरी मां से प्रेम नहीं करेंगे मेरी मां ऐसी ठोकर खाएगी ऐसे कचरा खाएगी मेरा भारत विश्व गुरु नहीं बन सकता। मेरा भारत विश्व गुरु जब ही बनेगा जब गौ माता की सेवा होगी। उन्होंने कहा कि किसी दूसरे को कष्ट देकर हासिल किए हुए सुख की उम्र बहुत छोटी होती है।

देशवासियों को गौ हत्या को सहन नहीं करना चाहिए

कथा के माध्यम से आह्वान किया जैसे कोई अपनी मां पर किए गए अत्याचार को सहन नहीं करेगा, उसी प्रकार संपूर्ण देशवासियों को गौ हत्या को सहन नहीं करना चाहिए। गौ हत्या करने वाला प्राणी जीवन पर्यंत नर्क में निवास करता है। जिन लोगों के पास श्रद्धा का आसरा नहीं और गायों से प्रेम नहीं है, उस व्यक्ति को पूजा जप तप यज्ञ फल कभी प्राप्त नहीं होते हैं। पूज्य गुरुदेव ने पानीपत वासियों से एक बात कही आज के युवाओं के लिए अपने जन्मदिन पर किसी भी शुभ मुहूर्त पर शुभ कार्य पर गोसेवा जरूर करें।

 

 

गौ माता ऐसी ठोकर खाएगी- कचरा खाएगी तो मेरा भारत विश्व गुरु नहीं बन सकता: पीठाधीश्वर परशुराम महाराज
गौ माता ऐसी ठोकर खाएगी- कचरा खाएगी तो मेरा भारत विश्व गुरु नहीं बन सकता: पीठाधीश्वर परशुराम महाराज

गाय खोल सकती है सबके बंद भाग्य का ताला घर घर में हो एक गाय गांव गांव में हो गौशाला

हम तो रोज पिज्जा बर्गर खाएं, लेकिन हमारी मां सड़क के किनारे का कचरा जमा कचरा खाएं, क्या यह उचित है। कृपया रोज एक रोटी गौ माता के लिए बनाए और घर की पहली रोटी गाय माता को खिलाएं, देख लेना उस दिन से ही ना कृपा हो जाए तो कहना अपने हाथों से गाय को रोटी खिलाने के बाद हाथों के भाग बदल जाते हाथों की लकीरें बदल जाती है, किस्मत बदल जाती हैं। पूज्य गुरुदेव ने कहा कि गाय खोल सकती है सबके बंद भाग्य का ताला घर घर में हो एक गाय गांव गांव में हो गौशाला। पूज्य महाराज वर्तमान सरकारों से भी निवेदन किया की आप अपने पैसों से गांव-गांव गली-गली में गौशाला बनाएं।