प्रभजीत सिंह, यमुनानगर:
जिला प्रशासन की ओर से एक बयान जारी किया गया है कि भूसे और हरे चारे को जिले की सीमा से बाहर नहीं जाने दिया जाएगा। प्रशासन के इस फैसले का भारतीय किसान यूनियन चढूनी विरोध करती है एक तरफ जहां अबकी बार बरसात और मौसम के कारण किसान की फसल का उत्पादन घट गया है वहीं दूसरी ओर अगर किसान को भूसे के अबकी बार अच्छे दाम मिल रहे हैं तो प्रशासन के पेट में दर्द हो गया है। भूसा और हरा चारा जिले से बाहर जाना बंद हो गया तो किसान को भारी नुकसान होगा। हर किसी का जोर किसान पर चलता है।
मौसम के कारण किसान की फसल का उत्पादन घटा If Administration Stop Selling Straw and Green Fodder, Then Bhakiyu Will Protest
आज से पहले जब किसान को फसल पैदा करनी थी यूरिया खाद की कालाबाजारी हो रही थी। उसके लिए तो डीसी साहब ने अपनी पावर का इस्तेमाल नहीं किया। आज कड़ी मेहनत के बाद किसान ने अपनी फसल पैदा की उस पर भी प्रशासन रोक लगाना चाहता है। आज पेस्टिसाइड के दाम, खाद के दाम, लोहे के दाम और तेल के दाम आसमान छू रहे हैं। उस पर कोई रोक नहीं लगाता।
किसान अपनी फसल जहां मर्जी बेचे Farmers May Sell Its Products Anywhere
भारतीय किसान यूनियन ऐलान करती है कि किसान अपनी फसल जहां मर्जी बेचे अगर प्रशासन किसानों को फसल बेचने से रोकेगा तो भारतीय किसान यूनियन आंदोलन करने पर मजबूर होगी। एक ओर सरकार कानून बनाती है कि किसान अपनी फसल पूरे देश में कहीं भी बेच सकता है, दूसरी तरफ जिला प्रशासन रोक लगाता है, इसको बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।