आज समाज डिजिटल, दिल्ली दंगा:
पिछले साल फरवरी में हुए दिल्ली दंगों में अब भी कई हैरानीजनक खुलासे हो रहे हैं। कई ऐसे मामले सामने आ रहे हैं जो मानवता को शर्मसार करने वाले हैं। ऐसे ही एक मामले में तीन पुलिस कर्मियों की पहचान कर ली गई है जो दंगे के दौरान घायल युवकों को बल के जोर पर राष्ट्रगान गाने के लिए मजबूर कर कर रहे हैं। ऐसा करने के दौरान वो युवकों को बुरी तरह से पीटते दिखाई देते हैं। आरोप है कि इस दौरान पिटाई के चलते घायल हुए एक युवक की बाद में मौत हो गई थी। एक समाचार में छपी रिपोर्ट के अनुसार यह घटना वीडियो में कैद हो गई थी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी कर्मियों का अब लाई-डिटेक्टर टेस्ट किया जाएगा। इस मामले में क्राइम ब्रांच की विशेष जांच इकाई ने 100 से अधिक पुलिसकर्मियों से पूछताछ की और दंगों के दौरान बाहर से तैनात पुलिसकर्मियों की ड्यूटी चार्ट्स के साथ अनेकों दस्तावेजों की जांच की। जानकारी देते हुए एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि करीब 17 महीने बाद पुलिस ने तीन पुलिसकर्मियों की पहचान की है और वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित कर दिया गया है. उनकी सहमति लिए जाने के बाद एक लाई-डिटेक्टर टेस्ट किया जाएगा। समाचार पत्र की रिपोर्ट में बताया था कि यह घटना 25 फरवरी, 2020 को 66 फुटा रोड पर हुई थी। एक अधिकारी ने कहा, कि जांच अधिकारी ने उस दिन टीएसएम जारी करते समय दर्ज किए गए नामों को सत्यापित करने के लिए क्षेत्र के बाहर से बलों के रजिस्टर की जांच की। फुटेज और एक एंट्री के आधार पर उन्होंने पहले डीएपी में तैनात एक कर्मचारी की पहचान की। उसे पूछताछ के लिए बुलाया गया और बाद में उसके दो सहयोगियों को दरियागंज स्थित उनके दफ्तर में पूछताछ के लिए एसआईटी द्वारा समन किया गया। इस घटना में मृतक युवक की पहचान कर्दमपुरी निवासी 23 साल के फैजान के रूप में हुई थी, पुलिस उन्हें ज्योति नगर पुलिस स्टेशन लेकर गई थी जहां से रिहा होने के अगले दिन उनकी एक अस्पताल में मौत हो गई थी।
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