नई दिल्ली । आईसीएमआर ने 15 अगस्त तक स्वदेशी कोविड-19 वैक्सीन (बीबीवी152 कोविड वैक्सीन) लॉन्च करने की योजना बनाई है। 12 चुनिंदा संस्थानों को कोवेक्सीन के क्लिनिकल ट्रायल के लिए फास्ट-ट्रैक अप्रूवल के लिए कहा गया है। मानव परीक्षणों के लिए भर्ती 7 जुलाई तक पूरी की जानी है, और सभी हितधारकों को इसे सर्वोच्च प्राथमिकता के रूप में मानने के लिए कहा गया है। वैक्सीन की सफलता का अंतिम परिणाम सभी नैदानिक परीक्षण साइटों के सहयोग पर निर्भर करेगा। वैक्सीन के निर्माण के लिए कउटफ ने भारत बायोटेक और नेशनल इंस्टीट्यूट आॅफ वायरोलॉजी के साथ साझेदारी की थी। हैदराबाद में जीनोम घाटी में स्थित भारत बायोटेक के उच्च कंटेनर बीएसएल -3 (बायो-सेफ्टी लेवल 3) सुविधा में स्वदेशी, निष्क्रिय टीका विकसित किया गया था।
नैदानिक परीक्षणों के लिए चुने गए संस्थान गोवा, पटना, दिल्ली, नागपुर, रोहतक, विशाखापत्तनम, बेलगाम, कानपुर, कट्टनकुलथुर, गोरखपुर, आर्य नगर और हैदराबाद में स्थित हैं। भारत के ड्रग कंट्रोलर जनरल ने पहले ही फार्मा प्रमुख को अनुमति दे दी है उडश्कऊ-19 वैक्सीन के लिए प्रथम चरण और दूसरे चरण के मानव नैदानिक परीक्षणों के संचालन के लिए े८४ि२ उं्िरह्णं। े८४ि२ उं्िरह्णं ने पहले कहा था कि संभावित वैक्सीन ने जानवरों के अध्ययन में एक मजबूत प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया प्रदर्शित की है। उत्पादित एंटीबॉडी वायरस को पूरी तरह से बेअसर करने में सक्षम थे, जिसके लिए यह भारत में कई स्थानों पर 1000 से अधिक मानव परीक्षण शुरू करेगा
-आशीष सिन्हा