उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि चौधरी बंसीलाल यूनिवर्सिटी भिवानी के वाइस चांसलर डॉ. आर.के. मित्तल रहे। इन्होंने मैनेजमेंट और अंग्रेजी साहित्य के आपसी संबंध से अवगत कराया। डॉ मित्तल कन्याकुंवारी से हमारे साथ जुड़े थे, उन्होंने हमे बताया हम कैसे अपने संसाधनों का इस्तेमाल करे और अपने पर्यावरण को कैसे बचाए, इस पर अपने विचार रखें। मुख्य वक्ता के रूप में एस. आर. एम. यूनिवर्सिटी, सोनीपत से डॉ. मंजू जैदका, डायरेक्टर ऑफ हयूमैनिटिज़ रही और उन्होंने इंडियन राइटिंग इन इंग्लिश की महत्ता पर प्रकाश डाला। इसके बाद डॉ. हिमांशु परमार चेयरपर्सन डिपार्टमेंट ऑफ इंग्लिश हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी, शिमला ने आमंत्रित वार्ता के रूप में इंडियन इंग्लिश लिटरेचर पर अपने विचार रखे। उद्घाटन सत्र में मंच का संचालन अंग्रेजी विभाग से डॉ. निधि मल्होत्रा द्वारा किया गया।
तकनीकी सत्र के चेयरपर्सन के रूप एम.एन. कॉलेज शाहबाद मारकंडा के प्राचार्य डॉ. अशोक चौधरी ने भूमिका निभाई। इस दौरान 180 से ज्यादा शोधार्थियों ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किये और कुछ ने पावर पॉइंट के माध्यम से अपने रिसर्च पेपर प्रस्तुत किये। और इस सत्र के अंत में डॉ. अशोक चौधरी ने सभी शोधार्थियों को अपने रिमार्क्स भी दिये। कांफ्रेंस के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी रोहतक के अंग्रेजी विभाग के चेयरपर्सन डॉ. प्रदीप राणा रहे और उन्होंने समापन संबोधन दिया । कांफ्रेंस के दौरान शोधार्थियों से ऑनलाइन माध्यम से फीडबैक भी ली गयी। समापन समारोह के दौरान मंच का संचालन अंग्रेजी विभाग से डॉ. स्वाति पुनिया द्वारा किया गया। इस कॉन्फ्रेंस के तकनीकी संचालन में कंप्यूटर विभाग से प्रो. अश्विनी गुप्ता, प्रो. विनय भारती, प्रो नीतू ,प्रो. करुणा, प्रो. प्रीति, प्रो. मिलन, रवि नांदल, मि. टिंकू ने विशेष भूमिका निभाई।
इस अवसर पर अंग्रेजी विभाग से डॉ. नेहा पूनिया, डॉ. मधु शर्मा, डॉ. विनय वाधवा, प्रो. सोनल डोगरा, प्रो.रेखा शर्मा, प्रो.मंजलि, प्रो.मंजू नरवाल, प्रो.मंजू चन्द, प्रो इरा गर्ग, प्रो माधवी, डॉ. अंजलि, प्रो. हिमांशी, प्रो. अंजलि गुप्ता, प्रो. सोनिया वर्मा आदि उपस्थित रहें। अंत में प्राचार्य डॉ. अजय कुमार गर्ग ने इस कांफ्रेंस को सफलतापूर्वक आयोजित करने के लिए ओर्गनइजिंग टीम के सभी सदस्यों को बधाई दी।