IAS Trainee Pooja Khedkar: यूपीएससी ने रद की पूजा खेडकर की प्रोविजनल उम्मीदवारी, एग्जाम देने पर रोक

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IAS Trainee Pooja Khedkar यूपीएससी ने रद की पूजा खेडकर की प्रोविजनल उम्मीदवारी, एग्जाम देने पर रोक
IAS Trainee Pooja Khedkar : यूपीएससी ने रद की पूजा खेडकर की प्रोविजनल उम्मीदवारी, एग्जाम देने पर रोक

UPSC Action On Pooja Khedkar, (आज समाज), नई दिल्ली: संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) के साथ लेनदेन में दस्तावेज जालसाजी और धोखाधड़ी के आरोपों से घिरी आईएएस प्रशिक्षु पूजा खेडकर की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। यूपीएससी ने सिविल सेवा परीक्षा 2022 के आवेदन में अनियमितताओं के कारण उनकी प्रोविजनल (अनंतिम ) उम्मीदवारी रद कर दी है। आयोग ने उन्हें भविष्य में यूपीएससी द्वारा आयोजित सभी भावी परीक्षाओं/चयनों से भी स्थाई रूप से रोक दिया है।

  • 18 जुलाई को जारी किया था नोटिस

नियमों का उल्लंघन करने का दोषी पाया

यूपीएससी ने उपलब्ध अभिलेखों की जांच के बाद पूजा खेडकर को सीएसई-2022 नियमों का उल्लंघन करने का दोषी पाया है। आयोग ने 2009-2023 तक 15000 से अधिक अनुशंसित उम्मीदवारों के सीएसई डेटा के 15 सालों की समीक्षा की है। बता दें कि यूपीएससी ने गत 18 जुलाई को सिविल सेवा परीक्षा-2022 (सीएसई-2022) की अनंतिम रूप से अनुशंसित उम्मीदवार पूजा मनोरमा दिलीप खेडकर को अपनी पहचान को गलत तरीके से पेश करके परीक्षा नियमों में निर्धारित अनुमेय सीमा से अधिक प्रयास करने के लिए कारण बताओ नोटिस (एससीएन) जारी किया था।

25 जुलाई तक प्रस्तुत करना था जवाब

खेडकर को 25 जुलाई तक एस.सी.एन. में अपना जवाब प्रस्तुत करना था। हालांकि, उन्होंने 04 अगस्त, 2024 तक का अतिरिक्त समय मांगा, ताकि वे अपने जवाब के लिए आवश्यक डॉक्सयूमेंट्स जमा कर सकें। यूपीएससी ने पूजा मनोरमा दिलीप खेडकर के अनुरोध पर सावधानीपूर्वक विचार किया और न्याय के उद्देश्यों को पूरा करने के लिए उन्हें 30 जुलाई, 2024 को दोपहर 3:30 बजे तक का समय दिया, ताकि वे एस.सी.एन. में अपना जवाब प्रस्तुत कर सकें।

समय में अब नहीं होगा कोई और विस्तार

पूजा मनोरमा दिलीप खेडकर को यह भी स्पष्ट रूप से बता दिया गया है कि यह उनके लिए अंतिम अवसर है और समय में कोई और विस्तार नहीं दिया जाएगा। उन्हें स्पष्ट शब्दों में यह भी कहा गया है कि यदि उपरोक्त तिथि/समय तक कोई जवाब नहीं मिलता है, तो यूपीएससी उनसे कोई और संदर्भ लिए बिना आगे की कार्रवाई करेगा। उन्हें दिए गए समय में विस्तार के बावजूद, वे निर्धारित समय में अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने में विफल रहीं।

यूपीएससी ने उपलब्ध अभिलेखों की सावधानीपूर्वक जांच की है और उसे सीएसई-2022 नियमों के प्रावधानों के उल्लंघन में काम करने का दोषी पाया है। सीएसई-2022 के लिए उसकी अनंतिम उम्मीदवारी रद की गई है और उसे यूपीएससी की सभी भावी परीक्षाओं/चयनों से स्थायी रूप से वंचित कर दिया गया है।