मायावती ने भतीजे आकाश को पार्टी के सभी पदों से हटाया
Hindi News Today (आज समाज), नई दिल्ली। कभी यूपी और देश की राजनीति में अपना विशेष स्थान रखने वाली बहुजन समाज पार्टी आज अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है। पिछले काफी समय से पार्टी लगातार कमजोर होती जा रही है। अब बसपा न तो यूपी में और न ही अन्य प्रदेशों में अपना पुराना वर्चस्व कायम कर पा रही है। इसी बीच बसपा प्रमुख मायावती ने रविवार को एक बड़ा निर्णय लेते हुए अपने भतीजे आकाश आनंद को पार्टी के सभी पदों से हटा दिया है। इसके साथ ही मायावती ने अपने भाई आनंद कुमार को नेशनल कोआर्डिनेटर बनाया है। यह जानकारी देते हुए बसपा की तरफ से प्रेस रिलीज किया गया।
दिल्ली विस चुनाव के बाद सामने आई गुटबाजी
दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद से ही बसपा में गुटबाजी की बात सामने आ रही थी। जिसके बाद मायावती ने आकाश के उत्तराधिकार को लेकर भी प्रश्न खड़े किए थे। तब से ही आकाश को उत्तराधिकारी पद से हटाने की कयास लग रहे थे।
रविवार को राज्य मुख्यालय पर देश भर के पदाधिकारियों संग बैठक में मायावती ने कहा कि अशोक सिद्धार्थ ने उप्र सहित पूरे देश में पार्टी को दो गुटों में बांटकर कमजोर करने का प्रयास किया था, इसलिए उनको बाहर निकाला गया।
आकाश की शादी अशोक सिद्धार्थ की बेटी से हुई है। आकाश पर उनकी पत्नी का प्रभाव था, जो पार्टी के लिए सकारात्मक नहीं है। ऐसे में कांशीराम जी के बताए रास्ते पर चलते हुए पार्टी के हित में उनको पार्टी की सभी जिम्मेदारियों से अलग कर दिया गया है। यह दूसरी बार है, जब आकाश से उत्तराधिकार वापस लिया गया है। मायावती ने 10 दिसंबर 2023 को आकाश को उत्तराधिकारी घोषित किया था।
जब तक मैं जीवित हूं कोई उत्तराधिकारी नहीं होगा
इस बीच बसपा सुप्रीमों मायावती ने पार्टी पदाधिकारियों के सामने यह ऐलान किया कि उन्होंने यह फैसला लिया है कि मेरी आखिरी सांस तक भी अब पार्टी में मेरा कोई भी उत्तराधिकारी नहीं होगा। मेरे लिए पार्टी व मूवमेंट पहले है, भाई-बहन व उनके बच्चे आदि बाद में। इसलिए अब कोई मेरा उत्तराधिकारी नहीं होगा। मैं जब तक जिंदा रहूूंगी, पार्टी को आगे बढ़ाने का हर संभव प्रयास करती रहूंगी। बसपा प्रमुख ने बैठक में 15 मार्च को पार्टी संस्थापक कांशीराम की जयंती पूर्व की तरह पूरे उत्साह से मनाने के निर्देश दिए।
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