हैदराबाद में भी दिल्ली के निर्भया कांड जैसी अमानवीय घटना घटी। एक 27 साल की पशु चिकित्सक के साथ हैवानियत फिर जिंदा जलाने की घटना ने लोगों को झंकझोर कर रख दिया है। नाराज लोगों को गुस्सा शनिवार को फूट पड़ा। लोगों ने शादनगर पुलिस थाने के जमा होकर प्रदर्शन किया। वहीं राष्ट्रीय महिला आयोग के सदस्य भी पीड़िता के घर पहुंच गए हैं। उन्होंने महिला पशु चिकित्सक के हत्यारों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की है। पूरा देश इस घटना पर आक्रोश व्यक्त कर रहा है। इस मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाए। पुलिस ने पीड़िता के परिवार की बात नहीं सुनी। पुलिस कह रही थी कि वो (महिला डॉक्टर) कही चली गई होंगी। पुलिसवाले इस बात को लेकर लड़ रहे थे कि घटना किसके क्षेत्र की है। इससे देरी हुई नहीं तो उन्हें बचाया जा सकता था। आक्रोशित स्थानीय लोगों ने शादनगर पुलिस थाने के सामने पुलिस पर जूते-चप्पल फेंके। पुलिस इन्हें थाने में घुसने से रोक रही थी। चारों आरोपियों को चंचलगुड़ा जेल भेजा गया है। वहीं सरकारी स्कूलों के छात्रों ने हैदराबाद-बंगलूरू हाईवे जाम किया। उधर, चारों आरोपियों को आज कोर्ट में पेश किया गया जहां से उन्हें 14 दिन के लिए जेल भेज दिया गया है। इन्हें शादनगर जेल से चंचलगुड़ा जेल भेजा गया है।