करनाल: जब तक जीवन रहेगा पति-पत्नी रक्तदान करते रहेंगे: रमण अरोड़ा  

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प्रवीण वालिया, करनाल:
कुछ विरले लोग ही ऐसे होते हैं जो रक्त दान करना अपना सौभाग्य समझते हैं। रक्तदान करके उन्हें सुकून मिलता है। उन्हीं में से एक हैं डेरा सच्चा सौदा सिरसा से जुड़े करनाल के व्यवसायी व सैक्टर-7 के रहने वाले रमण अरोड़ा। 40 वर्षीय रमण अरोड़ा ने बताया कि वे अपने गुरू की प्रेरणा से प्रेरित होकर 41 बार रक्त दान कर चुके हैं। पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए वे अब तक सैंकड़ों पौधे भी लगा चुके हैं। उनका कहना है कि हर व्यक्ति को रक्तदान करना चाहिए। रक्तदान करने से स्वास्थ्य भी ठीक रहता है और किसी दूसरे को भी जीवनदान मिल जाता है। वीरवार को रमण अरोड़ा की साल गिरा थी व आज उनका जन्मदिन। दोनों पति पत्नी ने सीएचडी सिटी में पार्क अस्पताल में अपनी स्वेच्छा से रक्तदान करके अपना जन्मदिन बेहतर ढग़ से मनाया। रमण ने बताया कि कई बार दुर्घटना होने के वक्त जब इंसान को खून की आवश्यकता पड़ती है तो उस समय खून मिलना मुश्किल हो जाता है। ऐसी नाजुक घड़ी में यदि इंसान जरूरत मंद को खून दान कर दे तो मनुष्य की जान बचाई जा सकती है। इससे बढ़कर और कोई दान नहीं है। उन्होंने कहा कि जब तक जीवन है दोनों पति पत्नी हमेशा खून दान करते रहेंगे। उन्हें ऐसा भलाई का कार्य करने में बेहद खुशी होती है। यही नहीं रमण के साथ उनकी पत्नी भी रक्तदान करने में पीछे नहीं रहती वे भी अपने पति के साथ रक्तदान करना अपना सौभाग्य समझती हैं। उनकी पत्नी सुमन अरोड़ा ने बताया कि वे भी 21 बार रक्तदान कर चुकी हैं। सुमन का कहना है कि किसी की जिन्दगी बच जाए तो इससे बढ़कर पुण्य का कोई काम नहीं हो सकता। परमात्मा ने हर मनुष्य को इतना स्वस्थ सुंदर शरीर दिया है। यदि वह रक्तदान करता है तो परमात्मा की ओर से उसे भर-भरकर आर्शीवाद तो मिलता ही है, साथ ही जब किसी की जान बच जाती है तो वह भी दुआएं देता है। रमण व उनकी पत्नी सुमन ने लोगों से अपील की है कि वे रक्तदान अवश्य करें। इससे किसी भी प्रकार की कोई कमजोरी नहीं आती बल्कि मनुष्य स्वस्थ हो जाता है और किसी दूसरे इंसान की जिंदगी भी बच जाती है।