जैन मुनि तरूण सागर राष्ट्र संत
तरुण सागरजी सांसारिकता के बीच रहकर भी लोगों को अध्यात्म के दर्शन कराते हैं। रोजमर्रा के जीवन में आने वाले घुमावदार पड़ावों और उनकी चुनौतियों से जूझने के बेहद आसान तरीके उनके पास हैं। उनके शब्दों और वाणी में एक आग है। इस आग की वैचारिक अभिव्यक्ति का दायरा उन्हें जैन समाज के दायरे से बाहर निकालकर उनकी दुनिया को व्यापक करता है। उनके विचार और उसका विषय कभी भी धर्म की सीमा में सिमटा नजर नहीं आता। वे उन तमाम लोगों को सोचने को विवश करते हैं जिनके भीतर एक अच्छा इंसान किसी कोने में दबा बैठा है। हर तरह के धर्मावलंबियों को अपने विचारों से वे आकर्षित करते हैं। उनके विचारों में पाखंड दूर-दूर तक नजर नहीं आता। वे एक तपस्वी, साधक व संन्यासी के बतौर अपनी जिंदगी समाज के लिए दे चुके हैं। इसीलिए लोग उन्हें जैन मुनि नहीं जनमुनि कहते हैं। उनकी नसीहतें हरेक के जीवन में कभी न कभी या तो घट चुकी होती हैं या फिर वे उनके आसपास कहीं घटने को होती हैं, लेकिन इन घटनाओं के निहितार्थ और उनकी पुनरावृत्ति रोकने के जो तौर-तरीके तरुण सागरजी बताते हैं वे किसी के लिए भी सबक हो सकते हैं।
झारखंड के गौरव जैन संत और राजकीय अतिथि मुनि प्रमाण सागर का मंगलवार को झुमरीतिलैया के बाईपास रोड में जैन समाज के लोगों ने भव्य स्वागत किया। उनके साथ पुलिस प्रशासन के साथ-साथ सैकड़ों युवा पैदल चल रहे थे। बाईपास रोड पर जैन समाज की महिलाओं, पुरुष व बच्चों ने उनकी अगवानी की। जैन मुनि के नगर भ्रमण में घोड़ा गाड़ी, रथ गाड़ी, ताशा पार्टी, बैंड बाजा के साथ महिलाएं माथे पर कलश लेकर चल रही थीं। जैन समाज के प्रसिद्ध भजन गायक नवीन जैन पांड्या और सुबोध जैन ने कर्णप्रिय भजनों से लोगों को आनंदित कर दिया। ओवरब्रिज, झंडा चौक, डाक्टर गली होते हुए गुरुदेव जैन मंदिर पहुंचे, जहां पर भक्त जनों ने उनके चरण पखारे और आरती की। कार्यक्रम का मंच संचालन समाज के उप मंत्री राज छाबड़ा ने किया। मुनि प्रमाण सागर ने जैन समाज और पूरे कोडरमा जिला के लोगों को मंगल आशीर्वाद दिया। उन्होंने कहा कि धर्म ही ऐसा सहारा है जिससे व्यक्ति का कल्याण हो सकता है। जीवन सुखमय हो सकता है। मंगलवार के कार्यक्रम के पुण्याजक चुन्नी लाल-प्रदीप छाबड़ा, सुरेश झांझरी, मूलचंद सुशील छाबड़ा, समाज के अध्यक्ष विमल बड़जात्या, उपाध्यक्ष कमल सेठी, प्रदीप पांड्या, मंत्री ललित सेठी, उप मंत्री राज जैन छाबड़ा, कोषाध्यक्ष सुरेंद्र जैन काला, सरोज जैन भंडारी, सुनील जैन, सुरेश-नरेंद्र जैन, रूप चंद-सुलोचना देवी पांड्या, महिला संगठन की अध्यक्ष नीलम जैन सेठी, सचिव आशा जैन गंगवाल, सुनीता सेठी, ईशा, निधि, चहेती, पूर्वी, देशना, राजीव जैन छाबड़ा, सुमित जैन,पीयूष जैन संजय छाबड़ा, जैन समाज के मीडिया प्रभारी नवीन जैन और राजकुमार जैन अजमेरा मौजूद थे।