Devotees Take Holy Dip In Ganga On Akshaya Tritiya, (आज समाज), लखनऊ: अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर आज उत्तर प्रदेश के वाराणसी और मथुरा में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी है। भगवान बांके बिहारी के चरणों के दर्शन के लिए अक्षय तृतीया के पर्व पर लाखों श्रद्धालु वृंदावन, मथुरा पहुंचे। बता दें कि यह एक विशेष दर्शन है जो साल में केवल एक बार होता है। वहीं वाराणसी में श्रद्धालुओं ने पवित्र गंगा नदी में डुबकी लगाई और उन्हें पूजा-अर्चना करते, फल, कपड़े और भोजन दान करते देखा गया।
सुबह 6 बजे खोले गए बांके बिहारी मंदिर के पट
मथुरा में बांके बिहारी मंदिर के पट आज सुबह 6 बजे खोल दिए गए। दोपहर 12 बजे के बजाय 12:30 बजे मंदिर के पट बंद होंगे। शाम को मंदिर सामान्य समय से एक घंटा पहले शाम 4:30 बजे खुलेगा। साथ ही, मंदिर सामान्य समय से एक घंटा बाद रात 10:30 बजे बंद होगा।
पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने की सुरक्षा व्यवस्थ की समीक्षा
पुलिस और प्रशासन के बड़े अधिकारियों ने भीड़ को नियंत्रित करने और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए की गई तैयारियों की समीक्षा के करने के मकसद से मंदिर क्षेत्र का दौरा किया। उन्होंने श्रद्धालुओं की सुरक्षा के उपायों की समीक्षा के लिए मंदिर अधिकारियों के साथ बैठक भी की। बेहतर भीड़ नियंत्रण के लिए पूरे क्षेत्र को तीन जोन और नौ सेक्टरों में बांटा गया है। एसएसपी श्लोक कुमार ने कहा कि भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
अतिरिक्त बल और स्थानीय खुफिया इकाई भी तैनात
स्थानीय पुलिस के साथ-साथ अन्य जिलों से अतिरिक्त बल और स्थानीय खुफिया इकाई (एलआईयू) की तैनाती की गई है। प्रांतीय सशस्त्र बल (पीएसी) को मंदिर के आसपास तैनात किया गया है और यमुना नदी के किनारे फ्लड पीएसी की टीमें भी तैनात की गई हैं। सार्वजनिक संबोधन प्रणाली और सीसीटीवी कैमरों के जरिए संचार और निगरानी की जा रही है। यातायात की भीड़ से निपटने के लिए जिले में विशेष यातायात और डायवर्जन योजना लागू की गई है।
आखा तीज या अक्ति नाम से भी जाना जाता है
अक्षय तृतीया को आखा तीज या अक्ति के नाम से भी जाना जाता है और यह पर्व मुख्य रूप से जैन और हिंदू समुदायों में मनाया जाता है। इस दिन सोना खरीदना, खाद्य पदार्थ और कपड़े दान करना आदि शुभ माना जाता है। इस साल अक्षय तृतीया के दौरान भारत में सोने की मांग मजबूत रहने की उम्मीद है।
पीली धातु में बढ़ेगी उपभोक्ताओं की दिलचस्पी
विशेषज्ञों का कहना है कि दरों में उछाल के बावजूद, पीली धातु में उपभोक्ताओं की दिलचस्पी बढ़ेगी और लोग हल्के और जड़ाऊ आभूषणों की ओर रुख करेंगे। हालांकि, कमोडिटी विशेषज्ञों का मानना है कि हाल ही में तेज उछाल के बाद आने वाले महीनों में सोने की कीमतों में गिरावट आने की संभावना है, जब कीमतें 1 लाख रुपए प्रति 10 ग्राम को पार कर गई हैं।
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