नई दिल्ली। कृषि कानून के खिलाफ किसानों का आंदोलन चल रहा है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार किसानों के पक्ष में ट्वीट करते रहे हैं और फेसबुक अपडेट करते रहे हैं। कांग्रेस ने कृषि कानून के खिलाफ पहले ही मोर्चा खोला ाा था। किसानों और सरकार के बीच कई चरणों की बातचीत के बाद भी अब तक कोई हल नहीं निकल पाया है। किसान इतनी भीषण ठंड केबाद भी दिल्ली बार्डर पर डटे हुए हैं। राहुल गांधी ने लिखा कि बावजूद आंदोलन करने को मजबूर किसानों की बात सुनने को सरकार तैयार नहीं है इसलिए उसे बताना चाहिए कि किसानों को अभी कितनी आहुति देनी होगी। राहुल ने शनिवार को कहा, कृषि कानूनों को हटाने के लिए हमारे किसान भाइयों को और कितनी आहुति देनी होगी। इसके अलावा कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी कहा, पिछले 17 दिनों में 11 किसान भाईयों की शहादत के बावजूद निरंकुश मोदी सरकार का दिल नहीं पसीज रहा। वह अब भी अन्नदाताओं के साथ नहीं, अपने धनदाताओं के साथ क्यों खड़ी है। देश जानना चाहता है-ह्लराजधर्मह्व बड़ा है या ह्लराजहठह्व किसान आंदोलन। लोकतंत्र में निरंकुशता का कोई स्थान नहीं। आप और आपके मंत्रियों की नीति हर विरोधी को माओवादी और देशद्रोही घोषित करने की है। भीषण ठंड और बरसात में जायज माँगों के लिए धरने पर बैठे अन्नदाताओं से माफी माँगिए और उनकी माँगें तत्काल पूरी करिए।