एजेंसी,नई दिल्ली। कांग्रेस ने शनिवार की सुबह आठ बजे महाराष्ट्र में अप्रत्याशित तरीके से भाजपा के सरकार बनाने पर सवाल खड़े किए। कांग्रेस की ओर से रणदीप सुरजेवाला ने भाजपा पर आरोप लगाया कि देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में बनी सरकार गैरकानूनी और असंवैधानिक है। उन्होंने भाजपा और एनसीपी के अजीत पवार को दुर्योधन और शकुनी की उपमा दी और कहा कि भाजपा और अजीत पवार ने ”दुर्योधन एवं शकुनी की तरह जनादेश का चीरहरण किया है। कांग्रेस की ओर से पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने अपने दस सवाल भाजपा से पूछे और कहा कि भाजपा इन सवालों का जवाब दे। सुरजेवाला ने सवाल किया, ”सरकार बनाने का दावा कब और किसने किया? कितने विधायकों के हस्ताक्षर थे ? राज्यपाल ने हस्ताक्षर कब सत्यापित किया? राज्यपाल ने राष्ट्रपति शासन हटाने की अनुशंसा कब की? कैबिनेट की बैठक कब हुई और इसमें कौन कौन शामिल थे? राष्ट्रपति शासन हटाने की अनुशंसा कितने बजे की गयी ? राष्ट्रपति ने अनुशंसा कितने बजे स्वीकार की?”
उन्होंने यह भी पूछा, ”राज्यपाल ने किस पत्र के जरिए एवं कितने बजे शपथ के लिए बुलाया? मीडिया, अधिकारियों और प्रबुद्ध लोगों को शपथ ग्रहण समारोह के लिए क्यों नहीं बुलाया गया? लोकतंत्र का चीरहरण कब तक जारी रहेगा?साथ ही उन्होंने कहा कि इस मामले में अदालत जाने सहित सभी विकल्प खुले हुए हैं। सुरजेवाला ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी पर भी निशाना साधा और दावा किया कि वह भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के हिटमैन’ की तरह काम किया है। आगे उन्होंने कहा कि ”23 नवंबर का दिन महाराष्ट्र और देश के लोकतांत्रिक इतिहास में एक काले अध्याय के तौर पर दर्ज होगा, जब संविधान को पांव तले रौंद दिया गया। अवसरवादी अजीत पवार को जेल की सलाखों का डर दिखाकर सत्ता की हवस में अंधी भाजपा ने लोकतंत्र की सुपारी ले हत्या कर डाली।” ये महाराष्ट्र की जनता से विश्वासघात है। फड़णवीस जी का वादा तो 72,000 करोड़ रुपये के घोटाले में अजीत पवार को आर्थर रोड जेल भेजने का था, मगर उपमुख्यमंत्री बना मंत्रालय भेज दिया।”