आतंक विरोधी बिल यूएपीए राज्यसभ में पास हुआ । इस बिल के विरोध में 42 वोट पड़े जबकि इसके समर्थन में 147 वोट पड़े। अमित शाह ने राज्यसभा में कहा कि यूएपीए को लेकर विपक्ष को कैसा डर है। हर देश में आतंकवाद के खिलाफ कानून है। सबूतों की कमी के कारण आतंकी छूटने नहीं चाहिए। समझौता एक्सप्रेस में पहले कोई आतंकी नहीं पकड़े गए। चुनावों के आने पर फर्जी लोगों को समझौता एक्सप्रेस में पकड़ा गया। समझौता एक्सप्रेस में धर्म विशेष को निशाना बनाया गया। आतंकी यासीन भटकल को कोलकाता पुलिस ने छोड़ दिया था। गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि कुछ नहीं करोगे तो कुछ नहीं होगा। यूएपीए कानून का दुरपयोग नहीं होगा। यह कानून केवल आतंकवादियों के लिए है। काननू से मानवाधिकार का उल्लंघन नहीं होगा। आतंकी घोषित करने की प्रक्रिया होगी। यूएपीए कानून भाजपा नहीं लाई है, यह 1967 में लाया गया कानून है। हम इसमें केवल संशोधन कर रहे हैं। इस कानून का समर्थन हमने शुरू से किया है क्योंकि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता है। सभी को इसका समर्थन करना चाहिए। आतंकवाद के खिलाफ कड़े कानून होने चाहिए।