Working Mom Tips: आजकल ज्यादातर महिलाएं वर्किंग है कोई 9 टू 5 की जॉब में हैं, तो कुछ अपना बिजनेस चलती हैं। आजकल महिलाएं घर से भी टिफिन सर्विस और क्लाउड किचन का बिजनेस कर रही हैं। ऐसे में काम के साथ हर समय घर पर और बच्चों पर ध्यान दे पाना मुश्किल हो जाता है। एक वर्किंग महिला होने के साथ मां का रोल निभाना कठिन है, पर नामुमकिन नहीं। अक्सर महिलाएं जब घर पर नहीं होती हैं, तो बच्चे उल्टी सीधी चीजें जैसे जंक फूड, पैकेज फूड्स, आदि खाना शुरू कर देते हैं। जिसकी वजह से उनकी सेहत पर बेहद नकारात्मक असर पड़ता है। इसलिए सभी वर्किंग महिलाओं के लिए यह सुनिश्चित करना जरूरी है की उनकी गैर मौजूदगी में बच्चे क्या खा सकते हैं।
जानें बच्चों में खाने की स्वस्थ आदतें कैसे बनाएं
1. घर पर सॉफ्ट ड्रिंक्स रखना बंद करें
ज्यादातर घरों के फ्रिज में आपको हर दिन सॉफ्ट ड्रिंक रखे हुए मिल जाएंगे। जब घर में कोई चीज आसानी से उपलब्ध हो तो उसे खाने या पीने की क्रेविंग्स भी बढ़ जाती है। वहीं यदि वह चीज आपके घर में मौजूद नहीं होती, तो कहीं न कहीं आप उसे बाहर से लाने से पहले दो बार सोचती जरूर हैं।
ठीक इसी प्रकार जब बच्चे घर में अकेले होते हैं और उन्हें भूख लगती है, तो वे घर में मौजूद खाद्य पदार्थों को ढूंढते हैं। उन्हें जो कुछ भी मिलता है, वे उसे खा लेते हैं। इसीलिए सबसे महत्वपूर्ण है सभी सॉफ्ट ड्रिंक को घर से बाहर कर दें। बेहद छोटी उम्र से ही बच्चों को इन चीजों से दूर रखें।
2. घर में होने चाहिए प्रोटीन से भरपूर स्नैक्स
न्यूट्रीशनिस्ट के अनुसार सभी महिलाओं को अपने घर पर हमेशा प्रोटीन युक्त स्नेक्स रखने चाहिए। ताकि बच्चों को खाने की क्रेविंग्स होने पर वे पैकेज फूड्स की जगह इन हेल्दी ऑप्शंस को चुन सके। प्रोटीन रिच स्नैक्स आपके बच्चों को लंबे समय तक संतुष्ट रखते हैं, जिससे कि उन्हें बार-बार खाने की क्रेविंग्स नहीं होती। इसके अलावा यह उनको इंस्टेंट एनर्जी प्रदान करते हैं, जिससे कि वे अधिक एक्टिव और हेल्दी रहते हैं।
3. लंच के लिए रखें कुछ हेल्दी विकल्प
बच्चे जब स्कूल से लौटें तो दोपहर के लंच में उनके लिए कुछ हेल्दी विकल्प जरूर रखें। इस समय बच्चों को तेज भूख लगती हैं, और स्वस्थ विकल्प उपलब्ध न होने पर वे अनहेल्दी खान की और अट्रेक्ट होते हैं। इसलिए कबाब, चना चाट, स्प्रपट्स, चिकन टिक्का आदि जैसे स्वस्थ विकल्प उपलव्ध रखें। साथ ही उनमें खाने का एक उचित समय स्थापित करें, ताकि उन्हें बीच बीच में खाने की इच्छा न हों। समय पर हेल्दी खाद्य पदार्थों के सेवन से संतुष्ट रहने में मदद मिलती है, साथ ही बच्चे अधिक एनर्जेटिक रहते हैं।
4. बच्चों को उनके पसंदीदा फूड्स देने से मना न करें
अक्सर पेरेंट्स या गलती कर देते हैं, जब उनके बच्चे उनसे अपनी किसी पसंदीदा फूड की डिमांड करते हैं, तो वे अक्सर मना कर देते हैं। क्योंकि ज्यादातर बच्चे अनहेल्दी डिमांड करते हैं। यदि आपका बच्चा आपसे चिप्स की डिमांड करता है, तो उन्हें ऐसा महसूस न होने दे की आप उन्हें चिप्स खाने की इजाजत नहीं दे रही हैं।
5. बच्चे को जंक फूड और चॉकलेट से रिवॉर्ड न दें
ज्यादातर पेरेंट्स हम और आप सभी अपने बच्चों के साथ-साथ अपने आसपास के बच्चों को रिवॉर्ड के तौर पर चॉकलेट, कुकीज आदि देते हैं। वहीं कुछ लोग पेकेज्ड चिप्स, मिक्सर आदि भी देते हैं। ये बच्चों की सेहत के लिए बिल्कुल भी उचित नहीं है। इस प्रकार हम बच्चों में स्वयं अनहेल्दी खाने की लालसा पैदा करते हैं। यदि आप उन्हें कुछ खाने का देना चाहती हैं, तो हेल्दी विकल्प चुनें। इस प्रकार उनमें स्वस्थ खाना खाने की आदत बनती है।
6. छोटी उम्र से वेजिटेबल जूस पीने की आदत बनाएं
बेहद कम उम्र में ही बच्चों को वेजिटेबल जूस देना शुरू कर दिया था। वे आप सभी से भी अपने छोटे बच्चों में इसकी आदत बनाने की गुजारिश करती हैं। इस प्रकार बच्चों को पर्याप्त मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट मिलता है, और वे अपनी बॉडी को पूरी तरह से डिटॉक्स कर पा