नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटा जाने के छह महीने आज पूरे हो गए। अनुच्छेद 370 हटाए जाने के समय घाटी के कई नेताओं को नजरबंद किया गया था। वहां कुछ दिनों के लिए इंटरनेट सेवाएं खत्म की गई थी ताकि जम्मू-कश्मीर का माहौल खराब न हो। बाद में धीरे-धीरे माहौल को सामान्य करने की कोशिश हो रही है। अब इसी क्रम में पीपुल्स कांफ्रेंस के नेता सज्जाद लोन और पीडीपी नेता वाहीद पारा को आज हिरासत से रिहा किया गया। वह पांच अगस्त 2019 से नजरबंद थे। इससे पहले जिन नेताओं को रिहा किया गया था उनमें नेशनल कॉन्फ्रेंस के अब्दुल माजीद लारमी, गुलाम नबी भट्ट और मो. शफी शामिल थे। साथ ही पीडीपी के एक नेता मो. युसुफ भट्ट को भी आजाद कर दिया गया था। बीते महीने नेशनल कॉन्फ्रेंस के नाजीर गुरेजी, पूर्व मंत्री अब्दुल हक खान, मोहम्मग अब्बास और कांग्रेस के पूर्व विधायक हाजी अब्दुल राशिद को आजाद किया गया था। श्रीनगर के मौलाना आजाद रोड स्थित एमएलए हॉस्टल में कई नेताओं को रखा गया है। उनके बाहर आना-जाने पर पाबंदी है। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुला, उमर अब्दुला और महबूबा मुफ्ती को पांच अगस्त से ही नजरबंद कर रखा गया है।