स्वावलंबन की ओर बढ़ रहा एकीकृत बागवानी विकास केंद्र सुंदरह: Horticulture Development Center

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Horticulture Development Center
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नीरज कौशिक, महेंद्रगढ़:
Horticulture Development Center: एकीकृत बागवानी विकास केन्द्र सुन्दरह राज्य के किसानों को बागवानी के क्षेत्र में नई तकनीक के साथ बागवानी के लिए प्रेरित कर रहा है। इसके सकारात्मक परिणाम अब दिखने लगे हैं तथा यह केंद्र स्वावलंबन की ओर बढ़ रहा है। इसका जायजा लेने के लिए आज उपायुक्त श्याम लाल पूनिया ने केंद्र का निरीक्षण किया।

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40 लाख सब्जियों की पौध होगी तैयार (Horticulture Development Center)

 Horticulture Development Center
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डीसी ने बताया कि इस केंद्र का उद्घाटन 2019 में मुख्यमंत्री ने किया था। वित्तीय वर्ष 2021-22 में किसानों को 23.77 लाख पौध अनुदान पर तैयार करके दी गई है। वर्ष 2022-23 में 40 लाख सब्जियों की पौध तैयार करने का लक्ष्य है। किसानों को बागवानी की तरफ ले जाने में यह केंद्र बहुत बड़ी भूमिका निभा रहा है। उन्होंने बताया कि केंद्र की तकनीकों का विस्तार करने के लिए जिला के कुछ गांव को चयनित कर उत्कृष्ट गांव बनाने का कार्य शुरू किया गया है। इन गांव में पांच-पांच किसानों को चयनित किया जाता है तथा इन्हें केंद्र की तकनीकों के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी देकर जागरूक किया जाता है ताकि किसान अधिक से अधिक मुनाफा कमा सकें।

आत्म स्थायी तर्ज पर काम कर रहा केंद्र (Horticulture Development Center)

उन्होंने बताया कि यह केंद्र आत्म स्थायी तर्ज पर कार्य कर रहा है। इस केंद्र पर उत्पादित उत्पाद द्वारा ही केंद्र का खर्चा चलाया जाता है। केंद्र के द्वार पर ही बिक्री केंद्र बनाया गया है जहां पर आमजन सब्जी खरीद सकती है। उन्होंने बताया कि 12 एकड़ में लगभग 5 करोड़ की लागत से बने इस बागवानी केंद्र का 1 सितंबर 2019 को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने उद्घाटन किया था। उन्होंने बताया कि इस केंद्र पर किसानों को जागरूक करने के लिए बागवानी से संबंधित ट्रेनिंग, किसानों को 50 प्रतिशत अनुदान पर विभिन्न फसलों की पौध मिट्टी रहित मीडिया में तैयार करके देना तथा प्रदर्शन के तौर पर मल्चिंग बंबूस्टेकिंग लो-टनल एवं संरक्षित खेती (नेट हाउस एवं पॉलीहाउस) पर फसलों के उत्पादन की तकनीक के बारे में जानकारी दी जाती है।

प्रदर्शनी के तौर पर लगाए कई पौधे (Horticulture Development Center)

इसके अलावा केंद्र के दूसरे हिस्से में बाग लगाने की तकनीक को अपनाते हुए केंद्र में अनार, मालटा, किन्नू, बेर, एवं ड्रैगन फ्रूट के पौधे प्रदर्शनी के तौर पर लगाए गए हैं। उन्होंने बताया कि किसानों को आॅर्गेनिक फार्मिंग की तरफ बढ़ावा देने के लिए केंद्र पर वर्मी कंपोस्ट यूनिट भी बनाई गई है। पोस्ट हार्वेस्ट के नुकसान से बचने के लिए एक कोल्ड स्टोर भी स्थापित किया है। उपायुक्त ने इस केंद्र के सभी प्रदर्शन प्लाट का दौरा किया तथा कार्यालय में मौजूद ढांचागत सुविधाओं का भी जायजा लिया। इस मौके पर कनीना के एसडीएम सुरेंद्र सिंह के अलावा बागवानी विभाग के अधिकारी मौजूद थे।

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