आज समाज, नई दिल्ली: Horror Movies: क्या आप उन हॉलीवुड फिल्मों के बारे में जानना चाहते हैं जिन्हें देखना आसान नहीं है? आज हम आपको 2010 में रिलीज हुई एक ऐसी ही क्राइम ड्रामा फिल्म के बारे में बताने जा रहे हैं, जो अपने भयावह दृश्यों के कारण आज भी कई देशों में प्रतिबंधित है।
रोंगटे खड़े कर देने वाले दृश्य!
इस फिल्म में ऐसे दृश्य हैं जो किसी भी दर्शक की रीढ़ की हड्डी में सिहरन पैदा कर सकते हैं। इसे अक्सर सबसे विचलित करने वाली फिल्मों में से एक माना जाता है। फिल्म में सारा बटलर ने मुख्य भूमिका निभाई थी।
भारत में इसे क्यों प्रतिबंधित किया गया है?
इस फिल्म में कुछ अंतरंग, नग्न और हिंसक दृश्य हैं, जो बहुत खतरनाक हैं। इन दृश्यों के कारण इस फिल्म को भारत में प्रतिबंधित कर दिया गया है। सिर्फ भारत में ही नहीं, इन देशों में भी इसे प्रतिबंधित किया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत के अलावा आयरलैंड, कनाडा, पश्चिम जर्मनी (अब जर्मनी का हिस्सा), आइसलैंड, नॉर्वे और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में भी इस फिल्म पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
फिल्म की कहानी क्या है?
अब बात करते हैं फिल्म की कहानी की। यह फिल्म एक ऐसी लड़की के बारे में है जो एक लेखिका है। वह एक शांत जगह पर लिखने के लिए जंगल में जाती है। वहां वह अकेली होती है और कुछ बुरे लोग उसका बलात्कार करते हैं। इसके बाद फिल्म की कहानी उस लड़की के भयानक बदले पर आधारित है।
जिस तरह से वह उन लोगों से बदला लेती है, वह लोगों के होश उड़ा देता है। फिल्म में बलात्कार का सीन बहुत ही गंभीर और परेशान करने वाला था और लड़की का बदला लेने का तरीका भी दर्शकों को अंदर तक हिला देता है।
फिल्म की IMDb रेटिंग
अगर इस फिल्म की IMDb (इंटरनेट मूवी डेटाबेस) रेटिंग की बात करें तो यह 6.2 है। 1978 की फिल्म का रीमेक
इस फिल्म का निर्देशन स्टीवन आर. मोनरो ने किया है। यह 1978 की फिल्म ‘डे ऑफ द वूमन’ का रीमेक है।