मनोज वर्मा, कैथल:
होम्योपैथिक चिकित्सा के जनक डा. सैमुअल हैनिमैन के जन्म दिवस के उपलक्ष में राष्ट्रीय आयुष मिशन आयुष मंत्रालय दिल्ली द्वारा संयोजित व महानिदेशक आयुष हरियाणा डा. साकेत कुमार के दिशा निर्देशन में आयुष विभाग कैथल द्वारा अमर शहीद मदन लाल ढींगड़ा स्मारक, पंजाबी वैल्फेयर सभा, पार्क रोड़, कैथल के तत्वाधान में नि:शुल्क होम्योपैथिक चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया।
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वरिष्ठ होम्योपैथिक व पंजाबी वैल्फेयर सभा के सदस्यों द्वारा पुष्प अर्पण
डा. उमेश खन्ना मैम्बर होम्योपैथिक काउंसिल हरियाणा और जिला आयुर्वेदिक अधिकारी कैथल डा. दिलबाग सिंह नैन द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलन किया गया। पंजाबी वैल्फेयर सभा के संयुक्त तत्वाधान में सभी वरिष्ठ होम्योपैथिक प्रैक्टीशनर्स व पंजाबी वैल्फेयर सभा के सदस्यों द्वारा पुष्प अर्पण किए गए। वरिष्ठ नागरिक प्रधान नरेन्द्र निझावन, बी.के. चावला पैटर्न, राजकुमार मुखीजा प्रधान पंजाबी वैल्फेयर सभा, सुषम कपूर, पंजाबी वेल्फेयर सभा द्वारा आयुष विभाग के चिकित्सा शिविर में अभिनंदन व सहयोग किया गया।
निशुल्क होम्योपैथिक चिकित्सा शिविर का आयोजन
इस शिविर में 286 रोगियों को होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति द्वारा चिकित्सा निरीक्षण किया गया। चिकित्सा शिविर में डा. संदीप मेहता नोडल अधिकारी व डा. प्रमोद कुमार, डा. सुशील जागलान, डा. कमलेश भाना, डा. ममता मेहला होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारी द्वारा रोगियों का चिकित्सा निरीक्षण किया गया। राजेश कुमार, रोबिन, राजीव कुमार, नेहा रानी, कांता रानी द्वारा औषधि वितरण किया गया। इस अवसर पर डा. अंजलि श्योकंद व डा. पूनम और ईश्वर सिंह मुख्य फार्मासिस्ट व विनोद कुमार, शिवपाल व मोहन लाल भी उपस्थित रहे। होम्योपैथिक पद्धति द्वारा जटिल बिमारियों जैसे नाक, कान, श्वास, एलर्जी, चर्मरोग, हड्डियों के रोग, पेट की बीमारियों का उपचार व गर्भवती एवं प्रसूता महिलाओं के स्वास्थ्य सम्बन्धी परामर्श व वरिष्ठ नागरिकों के स्वास्थ्य की जांच की गई।
शिशुओं व गर्भवती महिलाओं के लिए औषधियां
डा. दिलबाग सिंह नैन ने इस अवसर पर बोलते हुए बताया कि, होम्योपैथी एक स्थायी एवं सुलभ चिकित्सा पद्धति है। इसकी औषधियां शिशुओं व गर्भवती महिलाओं को सुगमता से दी जा सकती हैं। होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति से मानसिक रोगियों व खून की कमी, कुपोषण के शिकार रोगियों के प्रति लाभकारी है। चिकित्सा शिविर में चर्म रोग व हडिय़ों के रोगों की चिकित्सा की गई। डा0 उमेश खन्ना मैम्बर होम्योपैथिक काउन्सिल द्वारा शिविर में विशेष योगदान दिया गया।
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