नई दिल्ली। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह कश्मीर के आतंकवादियों के बाद अब नक्सलियों पर लगाम कसने को तैयार हैं। उन्होंने माओवाद प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ सोमवार को बैठक की। गृहमंत्री ने नक्सलियों के खिलाफ जारी अभियानों और माओवाद प्रभावित इलाकों में हाने वाले विकास कार्यों की समीक्षा की। बैठक में गृहमंत्री के साथ नक्सल हिंसा प्रभावित कई राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हुए हैं। शाह के करीब तीन महीने पहले कार्यभार संभालने के बाद यह अपनी तरह की पहली बैठक है। बैठक में अर्धसैनिक बलों और गृह मंत्रालय के शीर्ष अधिकारी भी शामिल हुए। माओवाद प्रभावित दस राज्यों में छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, बिहार, महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश शामिल हैं। गृह मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, 2009-13 के दौरान नक्सल हिंसा कुल 8,782 मामले सामने आए जबकि 2014-18 के दौरान 43.4 फीसदी की कमी के साथ 4,969 मामले सामने आए। मंत्रालय के अनुसार 2009-13 के दौरान सुरक्षा बल के कर्मियों सहित 3,326 लोगों की जान गई, जबकि 2014-18 में 60.4 प्रतिशत कम 1,321 मौतें हुईं। 2009 और 2018 के बीच कुल 1,400 नक्सली मारे गए। देशभर में इस साल पहले पांच महीनों में नक्सल हिंसा की 310 घटनाएं हुईं, जिसमें 88 लोग मारे गए हैं।