नई दिल्ली। भारतीय हॉकी टीमों के लिए पिछला साल अच्छा नहीं रहा था। जकार्ता में हुए एशियन गेम्स में दोनों ही टीमें गोल्ड मेडल हासिल करके ओलिंपिक के लिए सीधा प्रवेश हासिल करने में नाकाम रही। हालांकि इस साल लंबे रास्ते ही पर ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई किया। इस बीच भारतीय महिला टीम पहली बार भुवनेश्वर के कलिंग स्टेडियम में घरेलू दर्शकों के सामने उतरी। साल का अंत भी भारतीय हॉकी के लिए शानदार रहा जब तीन खिलाड़ियों को एफआईएच अवॉर्ड के लिए नॉमिनेट किया गया।
जीत के साथ हुई थी साल की शुरूआत
भारतीय महिला टीम ने साल की शुरूआत स्पेन के दौरे से की थी, जहां उसने दो मैच जीते एक हारा और तीन मुकाबले ड्रॉ रहे। वहीं भारतीय पुरुष टीम ने साल की शुरूआत सुल्तान अजलन शाह से की जहां वह फाइनल में पहुंची। हालांकि फाइनल में उसे पेन्लटी शॉट तक पहुंचे मुकाबले में कोरिया से 2-4 से हार का सामना करना पड़ा।
टीमों ने एफआईएच फाइनल्स सीरीज जीतीं
दोनों टीमों का ओलिंपिक सफर शुरू हुआ एफआईएच सीरीज फाइनल्स से। पुरुष टीम ने यह टूनार्मेंट अपने घर में खेला वहीं महिला टीम हिरोशिमा पहुंची थी। भुवनेश्वर में खेले गए टूनार्मेंट में अपने सभी मुकाबले जीतकर भारतीय पुरुष टीम फाइनल में पहुंची, जहां उन्होंने साउथ अफ्रीका को 5-1 से मात दी। वहीं भारतीय महिला टीम ने भी हिरोशिमा में हुई एफआईएच हॉकी सीरीज फाइनल्स में शानदार प्रदर्शन किया और लीग के सभी मैच जीते।
सीरीज के बीच में ही टीम की अहम खिलाड़ी के लालरेमसियामी के पिता की मौत हो गई लेकिन वह वापस नहीं लौटीं और टीम के साथ फाइनल मुकाबला खेला। सभी मैच जीतने के बाद फाइनल में पहुंची भारतीय टीम ने मेजबान जापान को 3-1 से मात दी। इस जीत के साथ ही महिला और पुरुष टीम ने ओलिंपिक क्वालिफायर में अपनी जगह पक्की की।
ओलिंपिक टेस्ट इवेंट में जारी रहा विजयी सफर
भारतीय टीमों ने इसके बाद ओलिंपिक टेस्ट इवेंट में अपनी ओलिंपिक क्वालिफायर की तैयारियों को आजमाया। पुरुष टीम में प्रमुख खिलाड़ियों को आराम देकर रमनदीप सिंह को कप्तानी दी गई और उन्होंने जीत हासिल की। वहीं महिला टीम ने अपनी नियमित कप्तान रानी रामपाल की कप्तानी में टोकियो में हुए ओलिंपिक टेस्ट इवेंट में जीत हासिल की। ओलिंपिक क्वालिफायर से पहले भारतीय पुरुष टीम आखिरी दौरा करने स्पेन पहुंची, जहां उसने बेल्जियम और स्पेन के खिलाफ कुल मिलाकर पांच मुकाबले खेले और पांचों मुकाबले में जीत हासिल की। वहीं भारतीय महिला टीम ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ सीरीज के लिए इंग्लैंड पहुंची। पांच मुकाबलों में भारत को केवल एक मुकाबले में हार मिली।
भारतीय टीमों के लिए घरेलू दर्शकों के सामने ओलिंपिक क्वालिफायर में जीत हासिल करने का बड़ा मौका था। ड्रॉ के मुताबिक जहां मनप्रीत सिंह की कप्तानी में पुरुष टीम ने 22 नंबर की टीम रूस का सामना किया वहीं रानी रामपाल की कप्तानी वाली महिला टीम का 13वें नंबर की टीम अमेरिका (वरअ) से सामना था। दो दिन में दोनों टीमों ने दो-दो मुकाबले खेले।
रूस के खिलाफ भारत ने दो लेग में हुए क्वालिफायर मुकाबले में 11-3 से मात दी और टोक्यो ओलिंपिक के लिए टिकट कटा लिया। वहीं भारतीय महिला टीम अमेरिका को 6-5 के कुल स्कोर से मात देकर ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई किया।
साल के स्टार खिलाड़ी
भारत की पुरुष टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह, युवा खिलाड़ी विवेक सागर और भारतीय युवा खिलाड़ी लारेमसियामी को इस साल एफआईएच अवॉर्ड के नॉमिनेट किया गया। लालरेमसियामी ने इस साल ना सिर्फ अपने प्रदर्शन से बल्कि जज्बे से भी सबको हैरान कर दिया था। उन्होंने इस साल 24 मैचों में 10 गोल किए। हॉकी कप्तान मनप्रीत सिंह ने इस साल अपनी कप्तानी में टीम को कई बड़ी जीत दिलाई। उन्हें एफआईएच ने मेंस बेस्ट प्लेयर अवॉर्ड के लिए नॉमिनेट किया। देश के लिए 242 मैच खेल चुके इस खिलाड़ी की कप्तानी में भारत ने एफआईएच सीरीज फाइनल्स सीरीज जीती, बेल्जियम दौरे पर लगातार पांच जीत का रिकॉर्ड बनाया वहीं टोक्यो ओलिंपिक के लिए भी क्वालिफाई किया। वहीं विवेक सागर को साल के राइजिंग स्टार के लिए नॉमिनेट किया गया।
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