HMPV New Cases, (आज समाज), लखनऊ/गांधीनगर: देश में दिन-ब-दिन ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के मामले बढ़ते जा रहे हैं। आज एक केस उत्तर प्रदेश और एक गुजरात में मिला। गुजरात के हिम्मतनगर में 8 वर्षीय बच्चे के एचएमपीवी पॉजिटिव होने की जानकारी सामने आई है। वहीं यूपी की राजधानी लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल में 60 वर्षीय महिला एचएमपीवी पॉजिटिव पाई गई है। अस्पताल ने यह पुष्टि की है।
श्वसन वायरस है एचएमपीवी
ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस एक श्वसन वायरस है। यह फ्लू जैसे लक्षण पैदा करने के लिए जाना जाता है। दो और ताजा मामले सामने आने के बाद देश भर में एचएमपीवी के कुल मामले 11 हो गए हैं। इनमें से महाराष्ट्र में 3, गुजरात, कर्नाटक और तमिलनाडु में 2-2 मामले व पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश में 1-1 मामला है। महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में बुधवार को 6 माह की बच्ची एचएमपीवी पॉजिटिव मिली थी। उसे एक जनवरी को सीने में जकड़न, खांसी व आक्सीजन लेवल में 84 प्रतिशत तक गिरावट के चलते मुंबई के हीरानंदानी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।
कई राज्यों ने बढ़ाई सतर्कता
ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए कई राज्यों ने सतर्कता बढ़ा दी है। पंजाब ने बुजुर्गों और बच्चों को सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनने की सलाह दी है। गुजरात में अस्पताल संक्रमित रोगियों के लिए आइसोलेशन वार्ड बना रहे हैं। हरियाणा सरकार ने भी स्वास्थ्य अधिकारियों को एचएमपीवी मामलों की निगरानी और रिपोर्ट करने के निर्देश जारी किए हैं। केंद्र सरकार ने राज्यों से इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी (आईएलआई) और गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण (एसएआरआई) के मामलों की निगरानी करने का आग्रह किया है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के तहत एचएमपीवी के लिए परीक्षण सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है।
जानिए किसे है सबसे ज़्यादा जोखिम
एचएमपीवी मुख्य रूप से दो साल से कम उम्र के बच्चों को प्रभावित करता है। इससे सर्दी-जुकाम जैसे लक्षण और श्वसन संबंधी समस्याएं होती हैं। यह वायरस हवा में फैलता है और इन्फ्लूएंजा और कोविड-19 की तरह ही श्वसन बूंदों के ज़रिए फैलता है।
एचपीएमवी नया वायरस नहीं : एम्स विशेषज्ञ
एम्स के विशेषज्ञों का कहना है कि एचपीएमवी कोई नया वायरस नहीं है। इसकी पहली बार पहचान 2001 में हुई थी। उन्होंने लोगों को हाइड्रेटेड रहने, पौष्टिक भोजन खाने और भीड़-भाड़ वाले इलाकों से बचने की सलाह दी है। साथ ही कहा है कि आमतौर पर यह संक्रमण अपने आप ठीक हो जाता है और इसके लिए एंटीबायोटिक की ज़रूरत नहीं होती है। एक डॉक्टर ने कहा, एचएमपीवी एक मौसमी वायरस है। अस्पताल में भर्ती होने की वजह सिर्फ़ एचएमपीवी ही नहीं बल्कि दूसरे वायरल संक्रमण भी हैं।
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