- गुजरात में सबसे ज्यादा 4 मामले
HMPV India Updates, (आज समाज), नई दिल्ली: देश में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के मामलों की संख्या बढ़कर 15 हो गई है। शुक्रवार तक यह संख्या 14 थी। राजस्थान और गुजरात में शुक्रवार को एक-एक मामला मिला था। राजस्थान के बारां में छह माह के बच्चे की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वहीं अहमदाबाद में 9 महीने का एक बच्चा एचएमपीपी पॉजिटिव पाया गया है। एचएमपीपी के सबसे ज्यादा चार मामले गुजरात में हैं।
असम में 10 महीने का बच्चा संक्रमित
ताजा मामला असम के डिब्रूगढ़ में पाया गया है। यहां असम मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (एएमसीएच) में भर्ती 10 महीने का बच्चा एचएमपीपी पॉजिटिव पाया गया है। चिकित्सकों के मुताबिक सर्दी-जुकाम के लक्षणों को देखते हुए उसे चार दिन पहले अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।
राज्य सरकारें बरत रहीं सतर्कता
गुजरात के बाद एचएमपीपी के मामलों की संख्या महाराष्ट्र में 3, तमिलनाडु और कर्नाटक में 2-2 और पश्चिम बंगाल, राजस्थान, उत्तर प्रदेश व असम में एक-एक मामला है। केंद्र सरकार के निर्देश के बाद राज्य सरकारें सतर्कता बरत रही हैं। हरियाणा और पंजाब में भी स्वास्थ्य विभाग ने नजर बनाए हुए है। केंद्र ने इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी (आईएलआई) और गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण (एसएआरआई) के मामलों की निगरानी करने का राज्यों से आग्रह किया है।
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के तहत एचएमपीवी के लिए परीक्षण सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है। पंजाब ने बुजुर्गों और बच्चों को सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनने की सलाह दी है। वहीं गुजरात में अस्पताल संक्रमित रोगियों के लिए आइसोलेशन वार्ड बना रहे हैं।
फ्लू जैसे लक्षण के लिए जाना जाता है एचएमपीवी
ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस एक श्वसन वायरस है। यह फ्लू जैसे लक्षण पैदा करने के लिए जाना जाता है और मुख्य रूप से दो साल से कम उम्र के बच्चों को प्रभावित करता है। इससे सर्दी-जुकाम और श्वसन संबंधी समस्याएं होती हैं। यह वायरस हवा और इन्फ्लूएंजा व कोविड-19 की तरह ही श्वसन बूंदों के जरिए फैलता है।
एचपीएमवी कोई नया वायरस नहीं : विशेषज्ञ
एम्स के विशेषज्ञों का कहना है कि एचपीएमवी कोई नया वायरस नहीं है। इसकी पहली बार पहचान 2001 में हुई थी। उन्होंने लोगों को हाइड्रेटेड रहने, पौष्टिक भोजन खाने और भीड़-भाड़ वाले इलाकों से बचने की सलाह दी है। साथ ही कहा है कि आमतौर पर यह संक्रमण अपने आप ठीक हो जाता है और इसके लिए एंटीबायोटिक की जरूरत नहीं होती है। एक डॉक्टर ने कहा, एचएमपीवी एक मौसमी वायरस है। अस्पताल में भर्ती होने की वजह सिर्फ़ एचएमपीवी ही नहीं बल्कि दूसरे वायरल संक्रमण भी हैं।
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