Human Metapneumovirus, (आज समाज), नई दिल्ली: चीन में फैले नए वायरस ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) और भारत में भी इसकी दस्तक के बाद बढ़ी चिंता के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की मुख्य वैज्ञानिक डॉक्टर सौम्या स्वामीनाथन ने एक इंटरव्यू के दौरान बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि सांसों से संबंधित वायरल मौसमी होते हैं और ठंड के सीजन में अक्सर ऐसे वायरस काफी आते हैं।
किसी को भी नए लग सकते हैं बैक्टीरियल संक्रमण
डॉ. सौम्या स्वामीनाथन ने कहा है कि चीन से आ रही खबरों से चिंता बढ़ सकती है लेकिन यह ध्यान देने वाली बात है कि सांसों से संबंधित वायरल सीजनल होते हैं और सर्दी के मौसम में इनकी संख्या बढ़ जाती है। उन्होंने कहा, एचएमपीवी अथवा माइकोप्लाज्मा निमोनिया जैसे बैक्टीरियल संक्रमण किसी को भी नए लग सकते हैं। इसका कारण यह है कि लोगों ने इसे पहली बार सुना है और इसमें निमोनिया या ब्रोकाइटिस जैसे लक्षण होते हैं।
नए वायरस बेहतर निगरानी व तेज जांच का परिणाम
डब्ल्यूएचओ की मुख्य वैज्ञानिक ने बताया कि कोरोना महामारी के बाद हमने ऐसे रोगों पर निगरानी बढ़ा दी और इसी वजह से ऐसे रोगों की जांच होने लगी है। परिणामस्वरूप इस प्रकार की नई-नई बीमारियों की भी पहचान होने लगी है। इसका अर्थ यह नहीं कि अचानक नए वायरस बढ़े हैं, बल्कि यह बेहतर जांच का नतीजा है। जांच लगातार जारी है और आने वाले समय में और अधिक वायरसों के नाम हमें सुनने को मिल सकते हैं। यह वायरस नए भी हो सकते हैं और पुराने भी हो सकते हैं। वैज्ञानिक तरीके से इनसे हमें निपटना सीखना होगा।
वन्यजीवों के आवासों में मानव गतिविधियां
डॉक्टर सौम्या स्वामीनाथन ने कहा कि जैसे-जैसे वन्यजीवों के आवासों में मानव गतिविधियां बढ़ती हैं, वैसे-वैसे जानवरों से इंसानों (जूणोटिक रोग) में बीमारियों का जोखिम बढ़ता है। अक्सर हम लगभग प्रतिदिन सुनते हैं बाघ, हाथी अथवा बाइसन जैसे जंगली इंसान के आवासों में घुसते हैं। इसके अलावा अवैध वन्यजीव का कारोबार भी अलग-अलग प्रजातियों के बीच वायरस फैलाता है।
डब्ल्यूएचओ की वैज्ञानिक ने कहा कि चीन के वुहान में जानवर से इंसान में वायरस के इंफेक्शन का जोखिम बढ़ा रहे हैं। अक्सर एक मामले में यह रुक भी जाता है, पर यदि एक भी म्यूटेशन हो गया तो यह संक्रमण की दर बढ़ा सकता है। मौजूदा समय में बहुत जल्द एक देश से दूसरे देश की यात्रा हो रही है। ऐसे में नए वायरस के दुनिया भर में फैलने के चांस हो सकते हैं। इसमें कुछ हैरानीजनक नहीं है।
एचएमपीवी पर लगातार नजर
डॉ. सौम्या स्वामीनाथन ने कहा कि एचएमपीवी पर डब्ल्यूएचओ व अन्य कई संगठन नजर बनाए हुए हैं। फिलहाल किसी संगठन ने इसको लेकर अलर्ट नहीं किया है। चीन की ओर से भी कोई चेतावनी अथवा अलर्ट जारी नहीं किया गया है। ऐसे में कहा जा सकता हैै कि फिलहाल चिंताजनक कुछ नहीं है। उन्होंने कहा, कोविड-19 के बाद ज्यादा देश वायरस, इसके म्यूटेशन या स्ट्रैन की खुले प्लेटफॉर्म पर जानकारी देते हैं जिस कारण हमें हर तरह के उभरते वायरसों का पता चल जाता है। घबराने के बजाय समझदारी से काम लेने की जरूरत होती है। स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार चलेंगे तो सुरक्षित रहेंगे।
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