HMPV Cases: ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस के मामलों की संख्या भारत में बढ़कर 12 हुई

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HMPV Cases: ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस के मामलों की संख्या बढ़कर 12 हुई
HMPV Cases: ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस के मामलों की संख्या बढ़कर 12 हुई

HMPV Updates, (आज समाज), नई दिल्ली: देश में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के मामलों की संख्या बढ़कर 12 हो गई है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ और गुजरात में गुरुवार को दो मामले सामने आने के बाद एक और मामला गुजरात के ही अहमदाबाद में सामने आया है।

लखनऊ में एक और गुजरात में मिले दो केस

लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल में कल 60 वर्षीय महिला एचएमपीवी पॉजिटिव पाई गई थी। वहीं गुजरात के हिम्मतनगर में साल साल के बच्चे की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसके बाद अहमदाबाद में एक 80 साल का बुजुर्ग ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस से पॉजिटिव पाया गया था था।

जानिए किन राज्यों में कितने मामले

महाराष्ट्र और गुजरात में 3-3, कर्नाटक और तमिलनाडु में 2-2 मामले तथा पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश में एचएमपीवी का 1-1 मामला है। अहमदाबाद में 80 साल के जिस बुजुर्ग की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई है वह प्राइवेट लैब की है और सरकारी अस्पताल की रिपोर्ट आज शाम तक आएगी।

केंद्र सरकार का राज्यों से आग्रह

केंद्र सरकार ने राज्यों से इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी (आईएलआई) और गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण (एसएआरआई) के मामलों की निगरानी करने का आग्रह किया है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के तहत एचएमपीवी के लिए परीक्षण सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है।

राज्यों ने बढ़ाई सतर्कता, पंजाब में मास्क पहनने की सलाह

ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए कई राज्यों ने सतर्कता बढ़ा दी है। पंजाब ने बुजुर्गों और बच्चों को सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनने की सलाह दी है। गुजरात में अस्पताल संक्रमित रोगियों के लिए आइसोलेशन वार्ड बना रहे हैं। हरियाणा सरकार ने भी स्वास्थ्य अधिकारियों को एचएमपीवी मामलों की निगरानी और रिपोर्ट करने के निर्देश जारी किए हैं।

श्वसन वायरस है एचएमपीवी, इन्हें ज्यादा जोखिम

ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस एक श्वसन वायरस है। यह फ्लू जैसे लक्षण पैदा करने के लिए जाना जाता है और मुख्य रूप से दो साल से कम उम्र के बच्चों को प्रभावित करता है। इससे सर्दी-जुकाम और श्वसन संबंधी समस्याएं होती हैं। यह वायरस हवा और इन्फ्लूएंजा व कोविड-19 की तरह ही श्वसन बूंदों के जरिए फैलता है।

नया नहीं एचपीएमवी वायरस : विशेषज्ञ

एम्स के विशेषज्ञों का कहना है कि एचपीएमवी कोई नया वायरस नहीं है। इसकी पहली बार पहचान 2001 में हुई थी। उन्होंने लोगों को हाइड्रेटेड रहने, पौष्टिक भोजन खाने और भीड़-भाड़ वाले इलाकों से बचने की सलाह दी है। साथ ही कहा है कि आमतौर पर यह संक्रमण अपने आप ठीक हो जाता है और इसके लिए एंटीबायोटिक की जरूरत नहीं होती है। एक डॉक्टर ने कहा, एचएमपीवी एक मौसमी वायरस है। अस्पताल में भर्ती होने की वजह सिर्फ़ एचएमपीवी ही नहीं बल्कि दूसरे वायरल संक्रमण भी हैं।

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