(Hisar News) हिसार सेक्टर 14 स्थित सर्वेश हेल्थ सिटी ने 40 वर्षीय भिवानी (गरवा) गांव के मरीज का सफलतापूर्वक गुर्दा प्रत्यारोपण कर उसे नई जिंदगी दी मरीज को उसकी 59 वर्षीय माता ने किडनी डोनेट की डॉक्टरस ने बताया कि मरीज का पिछले एक साल से सप्ताह में 2 बार डायलिसिस चल रहा था मरीज को सांस भी चढ़ जाता था और फेफड़ों में पानी भरने के कारण कई बार आईसीयू में भर्ती करना पड़ता था. ऑपरेशन से पहले मरीज का क्रिएटिनिन डायलिसिस होने के बावजूद 11 से 14 रहता था जो कि ऑपरेशन के बाद अब 1mg से भी कम है और एक बार भी डायलिसिस की जरूरत नहीं पड़ी पहले मरीज का यूरीन आउटपुट 100 ml था जो कि अब 2.5 lt यानी कि नॉर्मल हो चुका है.ऑपरेशन के बाद मरीज के काम करने की क्षमता बढ़ जाती है और उसे बार-बार हॉस्पिटल भी नहीं आना पड़ता
इस अवसर पर अस्पताल के चेयरमैन डॉ उमेश कालरा ने डॉक्टर्स को बधाई देते हुए बताया कि सर्वेश हेल्थ सिटी में हमारे पास उच्च स्तरीय चिकित्सकों की टीम उपलब्ध है जिसमें किडनी रोग विशेषज्ञ डॉ विजय कुमार घोड़ला, किडनी ट्रांसप्लांट सर्जन डॉ सुरेंद्र भाकर,डॉ अभिनव अग्रवाल,एनेस्थीसिया डॉ मुदिता पारीक,नीलिमा अग्रवाल,कोऑर्डिनेटर डॉ संदीप माचरा यह टीम सफल किडनी ट्रांसप्लांट करने में सक्षम है
डॉ कालरा ने बताया की किडनी ट्रांसप्लांट की जरूरत कब पड़ती है
किडनी की खराबी के लास्ट स्टेज में जब किडनी फेल की बीमारी की वजह से ब्लड में अनेक प्रकार के विषाक्त पदार्थ और अपशिष्ट उत्पादों का निर्माण होने लगता है जिसकी वजह से मरीज जान को खतरा होता है। तब मरीज को किडनी ट्रांसप्लांट की सलाह दी जाती है।लास्ट स्टेज में मरीजों के लिए किडनी ट्रांसप्लांट डायलिसिस से बेहतर उपाय है।
क्या किडनी ट्रांसप्लांट महंगी प्रक्रिया है ?
एक मिथक है कि किडनी ट्रांसप्लांट एक महंगी और दुर्लभ प्रक्रिया है हालांकि दिल्ली और मेट्रो सिटीज में यह प्रक्रिया 10 से 12 लाख के बीच पड़ती है जो कि हम यहां हिसार में इससे भी आधे रेट में सफलतापूर्वक कर रहे हैं आबादी में जागरूकता की कमी के कारण किडनी की उपलब्धता कम है। इस प्रकार कई लोगों को जीवित रहने के लिए डायलिसिस पर ही निर्भर रहना पड़ता है, जब तक कि उन्हें ट्रांसप्लांट के लिए मैचिंग किडनी नहीं मिल जाती।
क्या होता है किडनी ट्रांसप्लांट ?
किडनी ट्रांसप्लांट उस प्रक्रिया का नाम है जिसमें एक व्यक्ति के शरीर से किडनी निकालकर दूसरे के शरीर में डाली जाती है, जिसकी किडनी ने काम बंद कर दिया हो या ख़राब होने वाली है.आम तौर पर क्रोनिक किडनी डिसीज़ या किडनी फ़ेल होती है तो ट्रांसप्लांट की ज़रूरत होती है. किडनी ट्रांसप्लांट वाले लोग डायलिसिस पर रहने वालों की तुलना में अधिक समय तक जीवित रहते हैं। औसतन, जीवित डोनर से किडनी ट्रांसप्लांट मृत डोनर से किडनी ट्रांसप्लांट की अपेक्षा ज्यादा चलती है सर्वेश हेल्थ सिटी के चेयरमैन डॉ कालरा ने सफल किडनी ट्रांसप्लांट करने पर डॉक्टरस की टीम को बधाई दी उन्होंने कहा की इस सफल किडनी ट्रांसप्लांट के बाद अब हम बोन मैरो ट्रांसप्लांट,लिवर ट्रांसप्लांट की सुविधा भी हिसार एवं हरियाणा के लोगों के लिए उपलब्ध करवाएंगे
डॉ कालरा ने आम जन को सन्देश देते हुए कहा कि अंगदान को महादान कहा गया है हमें जीते जी एवं मरणोपरांत अंगदान करना चाहिए जिससे किसी जरूरतमंद की जान बचाई जा सके उन्होंने कहा की आने वाले समय में सर्वेश हेल्थसिटी एक ऐसा अस्पताल बनेगा जिसमें हर तरह के ट्रांसप्लांट की सुविधा उपलब्ध होगी.