(Hisar News) हांसी। वरिष्ठ कांग्रेस नेता मनोज राठी ने आरोप लगाया है कि लोकसभा चुनाव में हिसार से चुनाव हारने के साथ ही भाजपा नेताओं व बिजली निगम अधिकारियों ने जनता को परेशान करना शुरू कर दिया है। इसका उदाहरण हांसी क्षेत्र के गांव बीड़ फार्म में देखा जा सकता है जहां पर गरीब लोगों के हजारों, लाखों के बिजली बिल भेज दिए और उन्हें ठीक भी नहीं किया जा रहा। मनोज राठी ने कहा कि हांसी क्षेत्र का बीड़ फार्म जिसमें गरीब तबके के लोग रहते हैं और अपनी गुजर बसर करते हैं लेकिन बिजली निगम ने उन्हें परेशान करके छोड़ दिया है। इस गांव के अधिकतर लोगों के बिल 10 हजार से लेकर लगभग साढ़े तीन लाख रुपये तक आए हैं। ग्रामीण इन बिलों को ठीक करवाने के लिए चक्कर काट रहे हैं लेकिन बिजली निगम के अधिकारी व हांसी का विधायक उनकी सुनवाई करने को तैयार नहीं है।
बिजली निगम अधिकारी उनकी सुनवाई नहीं कर रहे और शिकायत करने पर कनेक्शन काट रहे
उन्होंने बताया कि गांव का सुनील पुत्र रतन सिंह अपने सभी बिजली बिल नियमित तौर पर भर रहा था लेकिन ताजा बिल उसका उसका 1 लाख 9 हजार रुपये भेज दिया, जिसे ठीक करवाने के लिए वह चक्कर काट रहा था कि इसी दौरान उसका बिजली कनेक्शन काट दिया कि उसने बिल नहीं भरा। बिजली निगम से साफ कर दिया है कि वह जो कर रहा है, वो ठीक है और यदि कोई उसके खिलाफ आवाज उठाएगा तो इसी तरह से दबाया जाएगा।
मनोज राठी पूरे घटनाक्रम का ब्यौेरा देते हुए बताया कि गांव के सुरेन्द्र पुत्र फतेह सिंह का बिजली बिल 30 हजार रुपये, सुनील पुत्र रतन सिंह का एक लाख 9 हजार रुपये, दौलतराम का बिल 3 लाख 41 हजार रुपये, आशा का 35 हजार, सुनीता का 18500, सतेवान का 32 हजार, कविता का 12 हजार, रामफल का 14 हजार, होशियार सिंह का एक लाख 4 हजार, मनीषा का 22 हजार, नीलम का 18860, सुरेश का 41 हजार 862, नन्ही का 51 हजार, गुड्डी का 41 हजार, मीना का 16 हजार 700 रुपये बिजली बिल आया है। इसी तरह लालचंद का 14 हजार, बीरमति का 45 हजार 960 रुपये, कपूरा का 41 हजार, शीला का 37 हजार, ईश्वर का 26 हजार 647, राजाराम का 21 हजार, तेलूराम का 31 हजार 184 व शीला का 36 हजार बिजली बिल आया है। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों की इतनी प्रताड़ना के बावजूद हांसी का विधायक व बिजली निगम अधिकारी उनकी सुनवाई नहीं कर रहे और शिकायत करने पर कनेक्शन काट रहे हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि ग्रामीणों के ये गलत आए बिजली बिल ठीक नहीं किए गए तो वे ग्रामीणों को साथ लेकर आंदोलन करने से गुरेज नहीं करेंगे।
मनोज राठी पूरे घटनाक्रम का ब्यौेरा देते हुए बताया कि गांव के सुरेन्द्र पुत्र फतेह सिंह का बिजली बिल 30 हजार रुपये, सुनील पुत्र रतन सिंह का एक लाख 9 हजार रुपये, दौलतराम का बिल 3 लाख 41 हजार रुपये, आशा का 35 हजार, सुनीता का 18500, सतेवान का 32 हजार, कविता का 12 हजार, रामफल का 14 हजार, होशियार सिंह का एक लाख 4 हजार, मनीषा का 22 हजार, नीलम का 18860, सुरेश का 41 हजार 862, नन्ही का 51 हजार, गुड्डी का 41 हजार, मीना का 16 हजार 700 रुपये बिजली बिल आया है। इसी तरह लालचंद का 14 हजार, बीरमति का 45 हजार 960 रुपये, कपूरा का 41 हजार, शीला का 37 हजार, ईश्वर का 26 हजार 647, राजाराम का 21 हजार, तेलूराम का 31 हजार 184 व शीला का 36 हजार बिजली बिल आया है। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों की इतनी प्रताड़ना के बावजूद हांसी का विधायक व बिजली निगम अधिकारी उनकी सुनवाई नहीं कर रहे और शिकायत करने पर कनेक्शन काट रहे हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि ग्रामीणों के ये गलत आए बिजली बिल ठीक नहीं किए गए तो वे ग्रामीणों को साथ लेकर आंदोलन करने से गुरेज नहीं करेंगे।