आज समाज नेटवर्क,हिसार:
दसवीं के फर्जी सर्टिफिकेट के आधार पर सेवादार से डीसी का असिस्टेंट बनने का खुलासा हुआ। बता दें कि आरोपी गंगा बिशन ने सेवानिवृत्ति के 3 साल बाद बकाया भत्तों के लिए विभाग में अर्जी लगाई, तो उसका 29 वर्षों का राज भी खुल गया। विभाग में क्लर्क ने जब गंगा बिशन का रिकार्ड खंगाला तो सामने आया कि अभी तक गंगा बिशन के कागजात की जांच प्रकिया ही पूरी नहीं करवाई गई। गंगा बिशन द्वारा जमा करवाए गए 10वीं के सर्टिफिकेट की नोटिंग अभी तक पेंडिंग मिली। आरोपी गंगा बिशन के मामले में 10वीं का सर्टिफिकेट हरियाणा बोर्ड को भेजकर यह चेक ही नहीं करवाया था कि वह असली है या फर्जी। कमिश्नर ने उपायुक्त को इस मामले की जांच करने का आदेश दिया। जांच में चौंकाने वाली बात सामने आई कि किस तरह वर्षों तक सर्टिफिकेट की जांच को दबाया गया और इस पूरे प्रकरण में किस लेवल के अधिकारी कर्मचारी अब तक शामिल रहे। आरोपी 10वीं में फेल हो गया था और उसने 10वीं पास का फर्जी सर्टिफिकेट सबमिट करवा पहले क्लर्क और उसके बाद असिस्टेंट के पद पर प्रमोशन ली हुई थी।