प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम जिला राजस्व अधिकारी को सौंपा मांगों का ज्ञापन
आज समाज डिजिटल,रेवाड़ी:
मेवात में पुलिस द्वारा गौरक्षकों के खिलाफ दर्ज किए गए मामले ने अब तूल पकड़ लिया है। गौरक्षकों पर दर्ज एफआईआर को रद्द कराने की मांग को लेकर गुरुवार को अनेक धार्मिक, सामाजिक व गौसेवक संगठन सडक़ों पर उतर आए। संगठन कार्यकर्ताओं ने प्रदीप डागर के नेतृत्व में अपनी मांगों के समर्थन में जोरदार नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया तथा मुख्यमंत्री के नाम जिला राजस्व अधिकारी को मांगों का ज्ञापन सौंपा। संगठन पदाधिकारियों ने चेतावनी दी कि यदि एफआईआर को रद्द नहीं किया गया या पुलिस की तरफ से कोई और कार्रवाई की गई तो प्रदेशभर में जोरदार आंदोलन चलाया जाएगा।
पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन
गौ माता की रक्षा के लिए मेवात पहुंचे गौरक्षकों पर पुलिस द्वारा मामला दर्ज किए जाने के विरोध में गुरुवार को विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल व गौरक्षा दल समेत अनेक संगठनों के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने सडक़ों पर उतरकर जोरदार प्रदर्शन किया। अपनी मांगों व गौ माता के हत्यारों को फांसी देने संबंधी जोरदार नारेबाजी करते हुए संगठन पदाधिकारी व कार्यकर्ता जिला सचिवालय पहुंचे। यहां गौरक्षकों पर दर्ज एफआईआर को रद्द करने, गौ हत्यारों को फांसी देने व ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर मुख्यमंत्री के नाम जिला राजस्व अधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया।
गौहत्या करने वालों को करवाया था गिरफ्तार
इस मौके पर प्रदीप डागर समेत अन्य संगठन पदाधिकारियों ने कहा कि मेवात में गौमाता को काटे जाने की सूचना के उपरांत जिले के गौरक्षक पुलिस को सूचना देने के उपरांत मौके पर पहुंचे थे। वहां पहुंचकर गौरक्षकों ने गौमाता को काटने वालों को पुलिस को भी सौंप दिया। इसके बावजूद पुलिस ने गौरक्षकों पर ही मामला दर्ज कर दिया। जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि गौहत्यारों द्वारा मेवात जिले के गांव में सरेआम गौमाता को काटा जा रहा था। गौरक्षकों ने गौमाता को बचाने के लिए पुलिस के साथ मिलकर प्रयास किया गया और गौहत्या करने वालों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कराया गया।
गौमाता हमारी आस्था, श्रद्धा और स्वाभिमान का प्रतीक
उन्होंने कहा कि गौमाता हमारी आस्था, श्रद्धा और स्वाभिमान का प्रतीक है। गौमाता हमारे लिए पूज्नीय और जननी मां के समान है। गौहत्या हो रही और हम गौमाता की रक्षा के लिए कोई प्रयास ना करे ये नैतिकता और आस्था का हनन होगा। उन्होंने कहा कि यदि गौरक्षकों पर दर्ज एफआईआर को रद्द नहीं किया जाता और पुलिस गौरक्षकों पर आगामी कार्रवाई करती है तो हजारों-लाखों की संख्या में गौरक्षक हरियाणा ही नहीं पूरे देश में सडक़ों पर उतर आएंगे। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की कि तुरंत प्रभाव से एफआईआर को रद्द किया जाए व गौ माता के हत्यारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाए।