Himachal रोप वे में अन्य राज्यों के लिए बनेगा मार्गदर्शक: मुकेश अग्निहोत्री

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Himachal रोप वे में अन्य राज्यों के लिए बनेगा मार्गदर्शक: मुकेश अग्निहोत्री
Himachal रोप वे में अन्य राज्यों के लिए बनेगा मार्गदर्शक: मुकेश अग्निहोत्री

Himachal News : शिमला। रोप वे (rope way) की दुनिया में हिमाचल ने अपने कदम तेजी से बढ़ाने शुरू कर दिए हैं। शिमला (Shimla) में 1734.40 करोड़ की लागत से 13.79 किलोमीटर दुनिया का दूसरा सबसे लंबा रोप वे (ropeway) बनने जा रहा है।

हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) ने रोप वे के क्षेत्र में तीव्रता से अपनी पहचान बना ली है। देश के अन्य राज्यों के लिए हिमाचल प्रदेश मार्गदर्शक के तौर पर आने वाले समय में भूमिका निभाएगा। यह बात उप मुख्यमंत्री (Deputy Chief Minister) मुकेश अग्निहोत्री (Mukesh Agnihotri) ने बुधवार को रोप वे द्वारा नवीन शहरी परिवहन (Innovative urban transport) पर सिंपोजियम (Symposium) में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करते हुए कही।

अग्निहोत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के कई निवेशक रोप वे के निर्माण कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि चिंतपूर्णी (Chintapurni) और रोहतांग (Rohtang) में प्रस्तावित रोप वे का निर्माण कार्य भी हिमाचल ही कर रहा है। हमारे लिए गर्व की बात है कि हिमाचल में अंतरराष्ट्रीय स्तर के रोप वे तैयार करने में हिमाचली अहम भूमिका निभा रहे हैं।

हिमाचल प्रदेश स्विट्जरलैंड (Switzerland) और आस्ट्रिया (Austria) की तरह रोप वे का जाल प्रदेश में बिछाएगा। उन्होंने कहा कि यूरोप (Europe) के देशों में 25 हजार के करीब रोप वे प्रोजेक्ट हैं, जबकि भारत में 20 के करीब ही अभी तक रोप वे बन पाए हैं लेकिन हिमाचल प्रदेश में रोप वे की संख्या में इजाफा हो रहा है।

बाबा बालक नाथ दियोटसिद्ध (Baba Balak Nath Deotsidh) में रोप वे बनाने को लेकर कैबिनेट में मंजूरी दे दी है। बगलामुखी मंदिर (Baglamukhi Temple) में रोप वे बनकर तैयार हो चुका है। इसका भी जल्द उद्घाटन होगा जोकि मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सार्थक सिद्ध होगा।

उन्होंने कहा कि प्रदेश की राजधानी शिमला में भारत (India) और एशिया (Asia) का पहला 15 स्टेशनों को जोड़ने वाला 13.79 किलोमीटर लंबा रोप वे बनेगा। अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री (Chief Minister) सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhwinder Singh Sukhu) के नेतृत्व में सरकार ग्रीन राज्य की दिशा में धरातल पर कार्य कर रही है। 6 ग्रीन कॉरिडोर (Green Corridor) हिमाचल में तैयार किए जा रहे हैं।

हमारी सरकार पूरी तरह से वचनबद्ध है। शिमला शहर में रोप वे द्वारा नवीन शहरी परिवहन पर होने वाले खर्च का 20% खर्चा प्रदेश सरकार वहन करने जा रही है। उन्होंने कहा कि शिमला के स्थानीय विधायक और नगर निगम मेयर की सबसे बड़ी उपलब्धि ये रोप वे बनेगा। इसके लिए हरसंभव प्रयास और सहयोग करने के लिए सक्रिय रहें।

इस मौके पर मुख्य संसदीय सचिव सुंदर सिंह ठाकुर, स्थानीय विधायक हरीश जनार्था, रोप वे एंड रैपिड ट्रांसपोर्ट सिस्टम डेवलपमेंट कारपोरेशन (Ropeway and Rapid Transport System Development Corporation) के चेयरमैन-कम-मैनेजिंग डायरेक्टर संजय गुप्ता, प्रधान सचिव परिवहन आरडी नजीम, आस्ट्रेलिया और स्विट्जरलैंड से प्रतिनिधियों, आरटीडीसी (RTDC) निदेशक अजय शर्मा सहित कई हितधारक मौजूद रहे।

Himachal रोप वे में अन्य राज्यों के लिए बनेगा मार्गदर्शक: मुकेश अग्निहोत्री
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1 मार्च, 2025 से आंरभ होगा कार्य Himachal News

शिमला रोप वे का कार्य 1 मार्च, 2025 से आरंभ करने का लक्ष्य रखा गया है। अभी तक FCA मंजूरी के लिए सारे दस्तावेज परिवेष पोर्टल पर 1 अप्रैल, 2024 को अपलोड कर दिया गया है। इसके साथ ही रूट के लाइनों के नाम मोनाल लाइन, देवदार लाइन और एप्पल लाइन रखे गए हैं।

वहीं न्यू डेवलपमेंट बैंक (New Development Bank) की ओर से फैक्ट फाइंडिंग मिशन (Fact Finding Mission) के तहत 2 जून से 10 जून तक निरीक्षण किया जा चुका है। NDB ने कान्सेप्ट नोट को 12 जुलाई, 2024 को मंजूरी दी है। एनडीबी के दिसंबर में प्रस्तावित निदेशक मंडल की बैठक में प्रोजेक्ट को मंजूरी के लिए प्रस्तुत किया जाएगा। इसके बाद त्रिपक्षीय समझौते के बाद टेंडर अवार्ड होगा और 1 मार्च, 2025 से कार्य आरंभ कर दिया जाएगा।

रज्जु मार्ग पर्यावरण हितैषी Himachal News

मुख्य संसदीय सचिव सुंदर सिंह ठाकुर (Sunder Singh Thakur) ने कहा कि रोप वे पर्यावरण हितेषी है। इससे जहां यातायात जाम की समस्या का निजात मिलेगा, वहीं पर्यटन के कारोबार को नए पंख लगेंगे।

उन्होंने कहा कि कुल्लू (Kullu) में प्रस्तावित बिजली महादेव रज्जु मार्ग (Bijli Mahadev Rope Way) पर्यटन क्षेत्र के लिए मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट का निर्माण कार्य कर रही कंपनी को भूमि स्थानांतरित कर दी गई है। वर्तमान प्रदेश सरकार ने रोप वे को लेकर गंभीरता दिखाई है।

HRTC से भावानात्मक रिश्ता Himachal News

उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश के लोगों को हिमाचल पथ परिवहन निगम (Himachal Road Transport Corporation) की बसों के साथ भावनात्मक रिश्ता जुड़ा हुआ है। इस वर्ष निगम गोल्डन जुबली (Golden Jubilee) मना रहा है।

आज करीब 3,200 के करीब HRTC की बसें प्रदेश के दूर-दराज क्षेत्रों से जोड़ रही हैं। हमारी प्राथमिकता प्रदेश वासियों को सुविधा देना है। ऐसे कई रूट है जहां पर घाटा हो रहा है लेकिन लोगों की सुविधाओं के लिए ऐसे रूट भी आवश्यक है। इलेक्ट्रिक वाहनों (eV) से जहां हरित ऊर्जा का दोहन होगा, वहीं खर्च भी कम आएगा।

हिमाचल पथ परिवहन निगम 327 इलेक्ट्रिक बसों की खरीद करने जा रहा है। आज भी ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में निगम की बसों की अग्रणी भूमिका है।

Himachal रोप वे में अन्य राज्यों के लिए बनेगा मार्गदर्शक: मुकेश अग्निहोत्री
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स्वच्छ और हरित राज्य बनाने रज्जु मार्गों की अहम भूमिका Himachal News

प्रधान सचिव परिवहन आरडी नजीम (RD Nazim) ने कार्यक्रम को संबोधित करते हिमाचल प्रदेश को 31 मार्च, 2026 तक स्वच्छ और हरित राज्य बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसी दिशा में प्रदेश सरकार कार्य कर रही है। रोप वे स्वच्छ और हरित राज्य बनाने में अहम भूमिका निभाएंगे।

तारा देवी (Tara Devi) से शिमला रोप वे के लिए प्रदेश सरकार और न्यू डेवलपमेंट बैंक (NDB) वित्तीय सहायता करेगी। 80% ऋण एनडीबी और 20% प्रदेश सरकार अनुदान करेगा। 1734.40 करोड़ रुपए के प्रस्तावित रोप वे से शिमला शहर की सड़कों पर ट्रैफिक जाम की समस्या खत्म हो जाएगी।

प्रदेश 44 चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए जा चुके हैं, जबकि 46 स्टेशन का क्रियानव्यन चला हुआ है। उन्होंने कहा कि पर्वत माला प्रोजेक्ट के तहत अधिक से अधिक प्रोजेक्ट हिमाचल के लिए मांगे गए हैं।

हिमाचल की पहचान रज्जु मार्ग से Himachal News

रोप वे एंड रैपिड ट्रांसपोर्ट सिस्टम डेवलपमेंट कारपोरेशन के चेयरमैन-कम-मैनेजिंग डायरेक्टर संजय गुप्ता (Sanjay Gupta) ने कहा कि प्रदेश में रोप वे के लिए प्रदेश सरकार विशेष तौर पर कार्य कर रही है। देश-दुनिया के हितधारकों ने हिमाचल में रुचि दिखाना शुरू किया है। हमें केवल रोप वे को पर्यटन की दृष्टि से ही नहीं, बल्कि यातायात की दृष्टि से भी देखने की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा कि शिमला, धर्मशाला, किलाड़, नारकंडा-हाटु पीक, जाबली-कसौली, शिरगुल महादेव, पुंडरिक ऋषि मंदिर रोप वे जिला मंडी (Mandi) में बनना प्रस्तावित है। उन्होंने कहा कि यह प्रोजेक्ट जब धरातल में आंरभ हो जाएंगे तो हिमाचल की पहचान रोप वे से होगी।

स्थानीय और पर्यटकों के लिए भिन्न होगा किराया Himachal News

उक्त रोप वे के आंरभ होने से किराये की दरें स्थानीय लोगों और पर्यटकों के लिए अलग-अलग होंगी। इस बैठक में विस्तृत रूप से चर्चा की गई कि किराया प्रदेश सरकार तय करेगी लेकिन किराया आम जनता की जेबों पर कोई अतिरिक्त बोझ नहीं पड़ेगा।

एक घंटे में दो हजार लोग कर सकेंगे सफर Himachal News

रोप वे में एक तरफ से एक हजार लोगों की आवाजाही शुरूआती तौर पर रहेगी। वहीं दोनों तरफ से दो हजार लोग एक घंटे में सफर कर पाएंगे। वहीं 2059 तक रोप वे में 3 हजार लोगों को एक तरफ से ले जाने की व्यवस्था तैयार हो जाएगी।

ऐसे में 6 हजार लोग एक घंटे में सफर कर सकेंगे। दुनिया में सबसे लंबा रज्जु मार्ग बोलीविया (Bolivia) में 32 किलोमीटर का है। शिमला का प्रस्तावित रोप वे 60 किलोमीटर का क्षेत्र कवर करेगा।

गंढोले पर होंगे सोलर पैनल Himachal News

इस प्रोजेक्ट को हरित उर्जा के लिए जोड़ा जाएगा। जहां पर स्टेशन स्थापित होंगे, वहां पर भी सोलर पैनल स्थापित किए जाएंगे। इसके साथ ही गंढोले पर सोलर पैनल लगाए जाएंगे ताकि अधिक से अधिक ऊर्जा का दोहन किया जा सके।

यहां बनेंगे स्टेशन Himachal News

रोप वे के तहत विभिन्न स्थानों पर स्टेशन बनाए जाएंगे जिसके लिए तारा देवी, चक्कर कोर्ट (Chakkar Court), टुटीकंडी पार्किंग (Tutikandi Parking), न्यू आईएसबीटी (New ISBT), 103 टनल (103 Tunnel), रेलवे स्टेशन (Railway Station), विक्ट्री टनल (Victory Tunnel), ओल्ड बस स्टैंड (Old Bus Stand), लक्कड़ बाजार (lakkad Bazar), IGMC, संजौली (Sanjauli), नवबहार (Navbahar), सचिवालय (Secretariat), लिफ्ट के पास रोपवे के बोर्डिंग स्टेशन (Boarding Stations) चिन्हित किए गए हैं। Himachal News

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