Himachal News : रमेश पहाड़िया। नाहन। हिमाचल प्रदेश के जिला मुख्यालय नाहन (District Headquarter Nahan) में विजिलेंस (Vigilance) ने हिमाचल प्रदेश राज्य वन निगम (Himachal Pradesh State Forest Corporation) के डिवीजनल मैनेजर (Divisional Manager) को 50 हजार रुपए रिश्वत (Bribe) लेते गिरफ्तार किया है। जानकारी के मुताबिक, राज्य वन निगम के नाहन मुख्यालय स्थित डिविजनल मैनेजर अश्विनी कुमार (Ashwini Kumar) ने वन निगम के ठेकेदार से करीब सवा लाख रुपए रिश्वत की मांग की थी।
बताते हैं कि डिविजनल मैनेजर अश्वनी कुमार ने वन निगम के ठेकेदार की 67 लाख रुपए के बकाया बिलों को पास करने की एवज में 2 प्रतिशत की कमीशन की डिमांड की थी जो करीब 1.34 लाख के आसपास बनती है। ठेकेदार और डिवीजन मैनेजर के बीच हुए करार के मुताबिक 1,34,000 में से पहली किस्त 50,000 की ठेकेदार द्वारा शुक्रवार को देना तय हुआ था। ठेकेदार ने इसकी शिकायत हिमाचल प्रदेश राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (विजिलेंस) (Himachal Pradesh State Vigilance and Anti-Corruption Bureau) को दी।
ठेकेदार की शिकायत पर विजिलेंस ने जाल बिछाया और शुक्रवार को डिविजनल मैनेजर की मांग के अनुसार उसे 50,000 की पहली किस्त देना तय हुआ जिसके चलते ठेकेदार वन निगम के कार्यालय पहुंचा। इसी दौरान विजिलेंस की टीम भी मौके पर पहुंच गई। जैसे ही डिवीजन मैनेजर को ठेकेदार ने 50,000 रुपए दिए, वैसे ही विजिलेंस की टीम ने दस्तक दे दी और वन निगम के डिवीजन मैनेजर अश्वनी कुमार को 50,000 की रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया।
मामले की पुष्टि करते हुए राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की एसपी (SP) अंजुम आरा (Anjum Ara) ने बताया कि जिला मुख्यालय नाहन में वन निगम के डिवीजन मैनेजर ने निगम के ही एक ठेकेदार से 67 लाख रुपए के बिलों को पास करने की के लिए 2 प्रतिशत कमीशन की मांग की थी।
ठेकेदार द्वारा आज जब मैनेजर को जैसे ही पैसे दिए तो विजिलेंस की टीम ने मौके पर पहुंचकर डिविजनल मैनेजर को 50,000 की रिश्वत के साथ गिरफ्तार किया है। उन्होंने कहा कि आरोपी डिवीजन मैनेजर को न्यायालय में पेश किया जाएगा और उसके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। Himachal News
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