Himachal News : रमेश पहाड़िया। नाहन। नाहन विकास खंड (nahan development block) के तहत आने वाले गांव तालों (Talo), सेरटा (Serta) व बोला (Bola) ग्राम के ग्रामीणों ने विभिन्न समस्याओं को लेकर डीसी सिरमौर (DC Sirmour) सुमित खिमटा (Sumit Khimta) को ज्ञापन सौंपा है।
ज्ञापन के जरिए बरसाती नालों के कारण भू-कटाव को प्रमुखता से उठाया गया, इसके जल्द समाधान की गुहार लगाई है। इसके अलावा डीसी को गांव तालों में लगातार गहराया पेयजल संकट बारे भी ज्ञापन सौंपते हुए जल्द समाधान की गुहार लगाई गई है।
ग्रामीणों का कहना है कि भूमि कटाव होने के चलते जहां उपजाऊ भूमि बर्बाद हो रही है तो वहीं लोगों के रिहायशी मकान समेत पशुशालाओं को भी खतरा बना है। इस समस्या से कई बार संबंधित विभाग को अवगत करवाया गया है, लेकिन कोई समाधान होता दिखाई नहीं दे रहा है।
लोग डर के साए में रातें गुजारने को मजबूर हैं। ग्रामीणों ने बताया कि इसके अलावा गांव तालों में बीते कई महीनों से पेयजल संकट गहराया है। हालत यह है कि लोग दूर खड्ड से पानी ढोने को मजबूर हैं।
जल शक्ति विभाग क्षेत्र में पर्याप्त मात्रा में पेयजल सप्लाई नहीं कर रहा है जिसके चलते लोगों में अब रोष पनपा है। अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति (All India Democratic Women’s Association) की पूर्व राज्य अध्यक्ष संतोष कपूर ने बताया कि उक्त गांव में लगातार बरसाती नाला कहर बरपा रहा है।
बरसात होने के पश्चात लोग डर के साए में जीने को मजबूर हैं। बीते वर्ष भी बरसात के दौरान गांव में भारी नुकसान हुआ था जिसका मुआवजा आज तक लोगों को नहीं मिल पाया है।
इसके अलावा बरसाती नाले का तटीकरण करने की मांग कई बार प्रशासन के समक्ष उठाई गई है लेकिन समस्या आज भी ज्यों कि त्यों बनी हुई है। तालों में बीते कई महीनों से पेयजल संकट गहराया है।
हालत यह है कि लोग दूर खड्ड से पानी ढोने को मजबूर हैं। जल शक्ति विभाग क्षेत्र में पर्याप्त मात्रा में पेयजल सप्लाई नहीं कर रहा है, जिसके चलते लोगों में अब रोष पनपा है।
ग्रामीणों ने बताया कि भूमि कटाव होने के चलते जहां उपजाऊ भूमि बर्बाद हो रही है तो वहीं लोगों के रिहायशी मकान समेत पशुशालाओं को भी खतरा बना है।
इस समस्या से कई बार संबंधित विभाग को अवगत करवाया गया है, लेकिन कोई समाधान होता दिखाई नहीं दे रहा है। लोग डर के साए में रातें गुजारने को मजबूर हैं। Himachal News
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