- चम्बा, भरमौर, किहार और चुवाडी में एचआईवी की जांच सुविधा निशुल्क: डा. हरित पुरी
शैलेष भटनागर। चम्बा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी चम्बा के सभागार में हेल्थ केयर प्रोवाइडर (आशा कार्यकर्ता) के लिए एचआईवी/एड्स एक्ट 2017 पर एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण शिविर में संबोधित करते हुए जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. जालम भारद्वाज ने राज्य एड्स कंट्रोल सोसाइटी द्वारा किए जा रहे कार्य के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एचआईवी एड्स एक लाइलाज बीमारी है तथा जागरूकता ही इसके बचाव का एकमात्र उपाय है। उन्होंने इस बीमारी के फैलने के कारणों तथा लक्षण और बचाव के बारे विस्तृत जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को स्वेच्छा से समय-समय पर अपने स्वास्थ्य की एचआईवी की जांच करवानी चाहिए। शिविर में जिला एड्स कार्यक्रम अधिकारी डा. हरित पुरी ने बताया कि जिले मे गर्भवती स्त्रियों की एचआईवी जांच विशेष रूप से की जाती है, उन्होंने बताया कि जिला स्तर पर आईसीटीसी चम्बा, भरमौर, किहार और चुवाडी में एचआईवी की जांच नि:शुल्क करवा सकते हैं जिसकी जानकारी विभाग द्वारा गोपनीय रखी जाती है।
उन्होंने बताया कि 15 से 49 के आयु वर्ग में सबसे ज्यादा एचआईवी ग्रसित व्यक्ति हैं। डा. पुरी ने कहा कि एचआईवी एड्स एक्ट 2017 के अनुसार किसी भी एचआईवी ग्रसित व्यक्ति से भेदभाव नहीं कर सकते, अन्यथा एक्ट के अनुसार 10 हजार से लेकर 1 लाख तक का जुर्माना और 1 साल की कैद भी हो सकती है।
उन्होंने बताया कि कोई भी व्यक्ति अधिक जानकारी के लिए नेशनल एड्स कंट्रोल आर्गेनाईजेशन द्वारा जारी 1097 टोल फ्री नंबर पर किसी भी समय काल करके एचआईवी एड्स के विषय में जानकारी हासिल कर सकता है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक नागरिक को समाज के प्रति अपना कर्तव्य निर्वहन करते हुए हर व्यक्ति को एचआईवी की जानकारी देना और जांच के प्रति प्रेरित करना चाहिए।
उन्होंने प्रतिभागिओं से आग्रह किया कि अपने अपने कार्यक्षेत्र में युवाओं को रक्तदान के लिए भी प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति जो 18 से 65 साल की उम्र का हो जिसे कोई लम्बी बीमारी न हो – रक्तदान कर सकता है इस प्रशिक्षण शिविर में 16 आशा कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। Himachal News
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