Himachal News : बिलासपुर। उत्तर भारत (North India) के सुप्रसिद्ध शक्तिपीठ (Shaktipeeth) माता श्री नैना देवी मंदिर (Mata Shri Naina Devi Temple) में 5 से 14 अगस्त 2024 तक श्रावण अष्टमी मेले (Shravan Ashtami Fair) का आयोजन किया जाएगा।
मेले के सफल आयोजन को लेकर उपायुक्त (Deputy Commissioner) बिलासपुर (Bilaspur) आबिद हुसैन सादिक (Abid Hussain Sadiq) की अध्यक्षता में बचत भवन (Bachat Bhavan) में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में सभी सरकारी और गैर सरकारी सदस्यों उपस्थित रहे।
हुसैन ने बताया कि श्रावण अष्टमी मेले के दौरान एडीसी (ADC) बिलासपुर को मेला अधिकारी, एसडीएम नैना देवी (SDM Naina Devi) को सहायक मेला अधिकारी, जबकि एएसपी (ASP) को पुलिस मेला अधिकारी तथा डीएसपी (DSP) को सहायक पुलिस मेला अधिकारी नियुक्त किया गया है।
उपायुक्त ने कहा कि मेले के दौरान माता श्री नैना देवी जी का मंदिर श्रद्धालुओं के लिए 24 घंटे खुला रहेगा। साफ-सफाई के लिए रात्रि के दौरान मंदिर को केवल 1 घंटे के लिए बंद किया जाएगा।
दोपहर को मां के शृंगार व भोग इत्यादि के लिए भी मंदिर कुछ समय के लिए बंद रहेगा। श्रावण अष्टमी मेले के दौरान लंगर लगाने की अनुमति के लिए shrinainadevi.com पर आवेदन (Application) करना होगा।
आयोजक को लंगर की समाप्ति के बाद साफ-सफाई भी सुनिश्चित करनी होगी। उपायुक्त ने बताया कि मेले के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए मेला क्षेत्र को 18 सेक्टरों में बांटा जाएगा।
सुरक्षा के दृष्टिगत पर्याप्त मात्रा में पुलिस (Police) व होमगार्ड (Home Guard) के जवानों सहित त्वरित कार्य बल (Quick Action Force) की टीमें तैनात रहेंगी। कानून व्यवस्था को चाक चौबंद रखने तथा आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए के लिए पुलिस का कमांडो (Commando) दस्ता भी गठित किया जाएगा।
सभी सेक्टरों की निगरानी कंट्रोल रूम (surveillance control room) से की जाएगी। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए हाईटेक ड्रोन (Hi-tech drone) से निगरानी होगी।
इसके अतिरिक्त 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरे (CCTV Camera) सहित बस स्टैंड (Bus Stand) से लेकर माता मंदिर परिसर तक 3 हाईटेक एलईडी स्क्रीन (Hi-tech LED screen) स्थापित किए गए हैं जिसमें माता के दर्शन के साथ-साथ श्रद्धालुओं के भीड़ को नियंत्रित करने के लिए ध्वनि प्रसार सेवा उपकरण (Sound propagation service equipment) भी स्थापित किया गया है।
उपायुक्त ने कहा कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए आगमन हॉल बनाया गया है जिसमें एक साथ 1,000 श्रद्धालु आराम कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि पहली बार आगमन हाल से ही माता के दर्शन के लिए 150 से लेकर 200 तक श्रद्धालुओं के जत्थे को रवाना किया जाएगा ताकि भीड़ को नियंत्रित करने में भी आसानी हो सके।
उन्होंने बताया कि मेले के दौरान संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता को लेकर नियमित रूप से निरीक्षण करेंगे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए की मेले के दौरान सफाई व्यवस्था बनाए रखने के लिए शौचालय की नियमित सफाई हो।
मेले में श्रद्धालुओं को चिकित्सा सुविधा मुहैया करवाने के लिए विभिन्न स्थानों पर एलोपैथिक (Allopathic) तथा आयुर्वेदिक कैंप (Ayurvedic Camp) स्थापित किए जाएंगे। किसी भी आपदा अथवा आग इत्यादि की घटना से निपटने के लिए अग्निशमन वाहन (Fire Fighting) तैनात रहेंगे। उपायुक्त ने मेला अवधि के दौरान श्रद्धालुओं के लिए पेयजल की उचित सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी।
उन्होंने लोक निर्माण विभाग (PWD) के अधिकारियों को मेला शुरू होने से पूर्व सड़कों की व्यवस्था को भी दुरुस्त करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने विद्युत विभाग को मेलावधि के दौरान विद्युत आपूर्ति सुचारू रखने के लिए विद्युत लाइनों का आवश्यक रखरखाव करना सुनिश्चित करने को कहा ताकि मेले के दौरान किसी प्रकार की असुविधा न हो।
इसके अलावा, मेले के दौरान अस्थाई रूप से अतिरिक्त स्ट्रीट लाइटें (Street Lights) भी लगाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त बिलासपुर (Additional Deputy Commissioner) डा. निधि पटेल (Dr. Nidhi Patel), अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (Additional Superintendent of Police) शिव चौधरी (Shiv Choudhary), एसडीएम नैना देवी धर्मपाल (SDM Naina Devi) सहित सभी संबंधित अधिकारी और गैर सरकारी सदस्य उपस्थित रहे। Himachal News
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