Himachal News : परियोजना कार्यों की समीक्षा और मूल्यांकन को पहुंची क्विक्वीनियल रिव्यू टीम

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Himachal News : परियोजना कार्यों की समीक्षा और मूल्यांकन को पहुंची क्विक्वीनियल रिव्यू टीम
Himachal News : परियोजना कार्यों की समीक्षा और मूल्यांकन को पहुंची क्विक्वीनियल रिव्यू टीम

Himachal News : पालमपुर। चौधरी सरवन कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय (Chaudhary Sarwan Kumar Himachal Pradesh Agricultural University) में एकीकृत कृषि प्रणाली (Integrated Farming System) पर अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना (All India Coordinated Research Project) और जैविक खेती (Organic farming) पर अखिल भारतीय नेटवर्क कार्यक्रम (All India Network Programme) की समीक्षा के लिए क्विक्वीनियल रिव्यू टीम (Quinquennial Review Team) (QRT) की दो दिवसीय बैठक 6 जुलाई से आरंभ हुई।

पूर्व डीडीजी, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (Indian Council of Agricultural Research) (ICAR) और रानी लक्ष्मी बाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, झांसी (Rani Lakshmi Bai Central Agricultural University, Jhansi) के पूर्व कुलपति डा. अरविंद कुमार की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में पालमपुर विश्वविद्यालय, शेर-ए-कश्मीर कृषि विज्ञान (Sher-e-Kashmir Agricultural Sciences) और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय जम्मू (University of Technology Jammu), गोविंद बल्लभ पंत कृषि और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, पंतनगर (Govind Ballabh Pant University of Agriculture and Technology, Pantnagar), पंजाब कृषि विश्वविद्यालय, लुधियाना (Punjab Agricultural University, Ludhiana), महाराणा प्रताप कृषि और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर (Maharana Pratap University of Agriculture and Technology, Udaipur) एवं आईसीएआर-भारतीय कृषि सांख्यिकी अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली (ICAR-Indian Agricultural Statistics Research Institute, New Delhi) के वैज्ञानिकों ने भाग लिया।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डीके वत्स (Prof. DK Vats) ने उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता करते हुए उत्पादन को बनाए रखने और दीर्घकालिक आधार पर पर्यावरण को संरक्षित करने के लिए एकीकृत कृषि प्रणाली मॉडल (Integrated Farming System Model) के विकास पर जोर दिया।

उन्होंने विशेष रूप से अत्यधिक उत्पादक कृषि प्रणाली घटकों के साथ-साथ जैव-प्रबलीकरण दृष्टिकोण को अपनाने के माध्यम से देश की बड़ी आबादी की पोषण सुरक्षा पर जोर दिया।

इस अवसर पर नौणी, सोलन विश्वविद्यालय (University of Nauni, Solan) के पूर्व कुलपति डा. वीएस ठाकुर, बिहार कृषि विश्वविद्यालय (Bihar Agricultural University) के पूर्व कुलपति डा. एके सिंह, पूर्व ADG, मानव संसाधन विकास डा. कुसुमाकर शर्मा, पूर्व अतिरिक्त आयुक्त, INM डिवीजन, कृषि विभाग डा. वंदना द्विवेदी, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय (भारत सरकार) (Ministry of Agriculture and Farmers Welfare (Government of India)), आईसीएआर-भारतीय कृषि प्रणाली अनुसंधान संस्थान (ICAR-Indian Agricultural Systems Research Institute) के निदेशक डा. सुनील कुमार, NPI, AINP-OF, ICAR-IIFSR, PC (IFS) डा. एन. रविशंकर, सदस्य सचिव, QRT डा. राघवेंद्र सिंह भी मौजूद रहे।

उन्होंने एकीकृत कृषि प्रणाली के तहत गुणवत्तापूर्ण अनुसंधान में सुधार के लिए सुझाव दिए। विभिन्न राज्यों के वैज्ञानिकों ने अपने-अपने केंद्रों की 5 वर्षों की अनुसंधान एवं विस्तार गतिविधियों के साथ-साथ भविष्य की कार्य प्राथमिकताओं को प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में प्रसार निदेशक डा. नवीन कुमार और सह निदेशक अनुसंधान डा. एमसी राणा भी मौजूद रहे। Himachal News

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