Himachal News : शिमला। उपायुक्त (Deputy Commissioner) शिमला (Shimla) अनुपम कश्यप (Anupam Kashyap) की अध्यक्षता में केंद्रीय प्रायोजित 10 हजार FPO (Farmer Producer Organisation) के गठन एवं संवर्धन योजना की प्रगति की समीक्षा हेतु जिला स्तरीय निगरानी समिति (District Level Monitoring Committee) की बैठक का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर उपायुक्त ने बताया कि बैठक का उद्देश्य जिले में योजना के अंतर्गत गठित किसान उत्पादक संगठनों के विकास और कामकाज की प्रगति की बारीकी से निगरानी और समीक्षा करना है। कश्यप ने कहा कि योजना के अंतर्गत कार्यान्वयन एजेंसियों जिसमें नाबार्ड (NABARD) एवं SFAC (Small Farmers Agribusiness Consortium) ने कलस्टर आधारित व्यवसाय संगठन (CBBO) के माध्यम से 17 FPO का गठन किया है जो कंपनी अधिनियम एवं सहकारी समिति अधिनियम के अंतर्गत पंजीकृत किए गए हैं।
अनुपम कश्यप ने कहा कि जिला शिमला में कार्यरत 17 FPO में लगभग 5,400 से अधिक किसान सदस्य हैं जोकि विभिन्न सेवाओं का लाभ ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि FPO में महिला किसानो की भागीदारी बढ़ाई जाए ताकि महिलाओं को भी योजना के माध्यम से सशक्त किया जा सके। उन्होंने कहा कि हमें विविधता एवं नवाचार के साथ कार्य करने की आवश्यकता है ताकि किसानों की आर्थिकी को सुदृढ़ किया जा सके।
उन्होंने निर्देश दिए कि क्लस्टर आधारित व्यवसाय संगठन किसान उत्पादक संगठनों को आवश्यक लाइसेंस लेने के लिए सहयोग करें और किसानों को उनके उत्पादों की बेहतर कीमत और दूसरी सेवाएं प्रदान करने में मदद करें। उन्होंने बताया कि FPO की प्रमुख गतिविधियां चावल, दालें, सब्जियों और सेब का एकत्रीकरण एवं विक्रय, खाद्य प्रसंस्करण आदि शामिल हैं।
इस अवसर पर सहायक प्रबंधक राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक कृष्ण कुमार सिंह, उप निदेशक कृषि डा. अजब कुमार नेगी, उप निदेशक बागवानी डा. नरदेव कुमार सहित कलस्टर आधारित व्यवसाय संगठन के सदस्य एवं अन्य लोग उपस्थित रहे। Himachal News
यह भी पढ़ें : Jammu-Kashmir Hot Weather: जम्मू-कश्मीर में वर्षों बाद गर्मी ने तोड़े सारे रिकॉर्ड