Himachal News : शिमला। हिमाचल प्रदेश विधानसभा (Himachal Pradesh Legislative Assembly) के अध्यक्ष (President) कुलदीप सिंह पठानिया (Kuldeep Singh Pathania) ने कहा कि अब समिति सदस्य समिति की बैठकों में आनलाइन भी जुड़ सकेंगे। उन्होंने कहा कि जिस तरह से टैक्नोलॉजी का विकास निरंतर हो रहा है, उसी तरह हमें भी व्यवहारिक होना आवश्यक है।
वे हिमाचल प्रदेश विधानसभा सचिवालय के मुख्य समिति कक्ष में समितियों के सभापति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। कुलदीप पठानिया ने कहा कि इससे समिति के कोरम की समस्या भी नहीं रहेगी तथा समिति के कार्य में दक्षता भी आएगी। उन्होंने कहा कि जो सदस्य व्यक्तिगत रूप से विधानसभा सचिवालय में बैठक में उपस्थित रहेंगे, केवल वही TA/DA के पात्र होंगे। उन्होंने कहा कि अधिकतर विधायक अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्र में लोगों की समस्याओं को सुनने उसके समाधान तथा अन्य कई सामाजिक कार्यों में व्यस्त रहते हैं इसलिए ऐसा करना आवश्यक है।
कुलदीप पठानिया ने कहा कि इस बैठक का मुख्य उद्देश्य समितियों की कार्य प्रणाली को कैसे सुदृढ़ किया जाए तथा उनके कार्य को और भी ज्यादा व्यापक, व्यवहारिक तथा तर्क संगत कैसे बनाया जाए। बैठक के दौरान 1 अप्रैल, 2023 से 31 जुलाई, 2024 तक के समिति के कार्यों तथा क्रिया-कलापों तथा माननीय सदस्यों की समिति बैठकों में सक्रियता पर भी गहन चर्चा की गई। इस अवसर पर पठानिया ने समितियों के सभापति को सुझाव देते हुए कहा कि उन्हें समिति सदस्यों को इसकी महतता तथा जिम्मेदारियों का एहसास करवाने की आवश्यकता है ताकि वे इसमें रूचि लें।
पठानिया ने समिति सदस्यों से अनुरोध किया कि उन्हें समिति बैठकों में भाग लेना चाहिए तथा इसकी गम्भीरता को समझना चाहिए। इस बैठक में सभी समितियों के सभापति ने अपने-अपने नजरिए को रखा तथा जहां बदलाव की आवश्यकता है वहां अपने-अपने विचारों की अभिव्यक्ति की।
बैठक में लोक लेखा समिति के सभापति अनिल शर्मा, लोक उपक्रम समिति तथा मानव विकास समिति के सभापति भवानी सिंह पठानिया, स्थानीय लोक लेखा व जन प्रशासन समिति के सभापति संजय रत्न, अधीनस्थ विधायन व विशेषाधिकार समिति के सभापति विनय कुमार तथा ग्रामीण नियोजन समिति के सभापति केवल सिंह पठानिया भी शामिल थे। इस अवसर पर पठानिया ने बैठक में शामिल सभी समितियों के सभापति का आभार व्यक्त किया जिन्होंने बैठक में सुझाव दिए। Himachal News
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