Himachal News : प्राकृतिक आपदा से अथाह नुकसान: डा. बिंदल

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Himachal News : प्राकृतिक आपदा से अथाह नुकसान: डा. बिंदल
Himachal News : प्राकृतिक आपदा से अथाह नुकसान: डा. बिंदल

Himachal News : शिमला। भाजपा (BJP) प्रदेश अध्यक्ष डा. राजीव बिंदल (Dr. Rajeev Bindal) ने कहा कि रामपुर (Rampur) व आनी (Aani) के क्षेत्र में आई प्राकृतिक आपदा (natural calamity) से अथाह नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि समेज (samej) गांव का भयावह दृश्य जब हमने देखा तो दुख की सीमा न रही।

उन्होंने कहा कि एक हरा-भरा गांव जिसमें 22 मकान थे, सभी अर्द्धरात्रि में तूफानी गति से जो पानी, पत्थर, मलबा, बड़े-बड़े पेड़ बहते हुए आए, सभी को एक साथ अपने साथ बहाकर ले गए। हड़बड़ाहट में कुछ लोग दौड़-भागकर इधर-उधर अपनी जान बचा पाए परन्तु 36 जानें अभी भी लापता हैं। डा. बिंदल मे कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि उनके सुरक्षित होने की कोई संभावनाएं दूर-दूर तक दिखाई नहीं देतीं।

3 बालिकाएं ऐसी जो वालीबाल में नेशनल खेलने वाली थीं, लापता हैं। गांव का स्कूल, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक भवन, पावर हाऊस सब समाप्त हो गए। ऐसी भयावह त्रासदी कल्पना से परे है। डा. बिंदल ने कहा कि रामपुर क्षेत्र के गानवी पहुंचने पर पाया कि मध्य रात्रि में बड़े-बड़े पेड़ों के साथ हजारों टन मलबा गानवी खड्ड में आ गया और 6 पक्के मकान थे, वो शत-प्रतिशत मलबे के साथ बह गए और उनका नामोनिशान भी नहीं बचा। जहां ये मकान बने थे, वहां अब बड़ी-बड़ी चट्टाने हैं और कल्पना भी नहीं की जा सकती कि यहां कभी मकान भी रहे होंगे।

गनीमत रही कि गानवी पावर प्रोजेक्ट (Ganvi Power Project) में बार-बार सायरन बजाया और सभी लोग घर छोड़कर पहाड़ी पर भाग गए और सभी जानें बच गर्इं। एक परिवार जिसमें बेटी की शादी की तैयारियां चल रही थी, खुशियों का माहौल था, इस घटना से सब कुछ मिनटों में तबाह हो गया। शादी के लिए खरीदा गया सारा साजो-सामान, सोना, चांदी, कपड़े इत्यादि सब पानी के साथ बह गए।

डा. बिंदल ने कहा कि निरमंड होते हुए जब वह बागीपुल पहुंचे तो वहां की तबाही का मंजर भी दिल दहलाने वाला था। वहां भी अर्द्धरात्रि में उसी प्रकार लकड़ियां, पत्थर, मिट्टी, मलबा आया और 8 मकान जमींदोज हो गए और कुछ भी शेष नहीं रहा। उन्होंने कहा कि समेज, गानवी, बागीपुल, केदस में सब जगह जो तबाही हुई है, वह श्रीखंड पर्वत पर किसी एक स्थान पर बादल फटने से हुई। वहां से सारा पानी अलग-अलग नालों में निकला क्योंकि पानी बहुत ऊंचाई से आया था इसलिए उसका वेग बहुत तेज था जिस कारण अत्यधिक नुकसान हुआ। Himachal News

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