
Grand International Cultural Parade Held In Mandi, (आज समाज), शिमला: हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में अंतरराष्ट्रीय महाशिवरात्रि मेले के दौरान भव्य अंतरराष्ट्रीय सांस्कृतिक परेड में विभिन्न देशों के कलाकारों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम सप्ताह भर चला, जिसमें पांच देशों के समूहों के साथ-साथ भारत के विभिन्न हिस्सों से 20 टीमों ने अपनी समृद्ध संस्कृति की झलकियां पेश कीं। विदेशी कलाकार यूक्रेन, थाईलैंड, श्रीलंका, मलेशिया और कजाकिस्तान जैसे देशों से थे।
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हरियाणा-पंजाब व यूपी के कलाकार भी हुए शामिल
जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कलाकारों के साथ-साथ हिमाचल के चंबा पांगी-भरमौर, शिमला, लाहौल-स्पीति, कुल्लू और सिरमौर के कलाकारों ने भी हिस्सा लिया। मंडी जिले के मांडव्य कला मंच, संगीत सदन, अमर युवक मंडल और संकल्प युवक मंडल के कलाकार भी सांस्कृतिक परेड का हिस्सा थे।
शिवरात्रि महोत्सव में भाग लेना नया व आनंददायक अनुभव
विदेश से आए सांस्कृतिक समूहों ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि भारत में शिवरात्रि महोत्सव में भाग लेना उनके लिए एक नया और आनंददायक अनुभव था। थाईलैंड के एक कलाकार ने कहा, मैंने महोत्सव में प्रस्तुति दी है और मैं वास्तव में उत्साहित हूं क्योंकि यह एक बड़ा महोत्सव है और मुझे भारत, सभी लोग और यहां की संस्कृति बहुत पसंद है।
एक बहुत ही अनूठा महोत्सव : मलेशियाई कलाकार
मलेशिया के एक कलाकार ने कहा, शिवरात्रि का मतलब भगवान शिव की रात है। मैं पहली बार इस महोत्सव में शामिल हुआ हूं। मुझे लगता है कि यह एक बहुत ही अनूठा महोत्सव है क्योंकि दुनिया भर की कई संस्कृतियां इसमें शामिल होती हैं, इसलिए मुझे लगता है कि यह एक बहुत ही खास कार्यक्रम है। एक स्थानीय कलाकार ने कहा, हमने अंतरराष्ट्रीय कलाकारों के साथ प्रस्तुति दी। जब हम प्रस्तुति दे रहे थे, तो हमें ऐसा लग रहा था कि हम किसी दूसरी जगह पर हैं। दर्शकों ने भी विभिन्न प्रकार की प्रस्तुतियों का आनंद लिया।
जानें क्या कहते हैं जिला प्रशासन के अधिकारी
जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने कहा, न केवल विदेशी समूहों ने भाग लिया, बल्कि अन्य राज्यों के कलाकारों ने भी भाग लिया। उन्होंने कहा, यह पहली बार है जब मंडी जिले को इस तरह के सांस्कृतिक आदान-प्रदान का अवसर मिला है। मंडी के लोगों में बहुत उत्साह था। उन्होंने महोत्सव के दौरान उत्साह दिखाने के लिए मंडी के कलाकारों और दर्शकों को धन्यवाद दिया।
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