Himachal News : शिमला। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री (Minister of Health and Family Welfare) डा. (कर्नल) धनी राम शांडिल (Dr. (Colonel) Dhani Ram Shandil) ने स्वास्थ्य विभाग (health Department) को प्रदेश के चिकित्सा संस्थानों के लिए आधुनिक मशीनरी और उपकरण खरीदने की प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य के लोगों को घरद्वार के निकट गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके दृष्टिगत आधुनिक तकनीक और उपकरणों के उपयोग पर विशेष अधिमान दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि मशीनरी और उपकरणों की खरीद में तेजी लाने के लिए खरीद संबंधी तकनीकी वशिष्टताओं को एम्स (AIMS) और पीजीआई (PGI) की तर्ज पर रखा जाए।
इससे खरीद में गुणवत्ता सुनिश्चित होने के अलावा खरीद प्रक्रिया, समय और धन की बचत होगी। डा. शांडिल ने यह बात स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग (health and family welfare department) की विशेष उच्च स्तरीय क्रय समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य के लोगों को समय पर उत्कृष्ट चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। चिकित्सा क्षेत्र में सुधार के लिए अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरण प्रदान किए जा रहे हैं ताकि राज्य के लोगों को उपचार के लिए अन्य राज्यों में न जाना पड़े।
उन्होंने कहा कि नवजात शिशुओं के लिए बेबी केयर किट (Baby Care Kit) खरीदने के दृष्टिगत निविदा जारी करने की मंजूरी दे दी गई है। प्रत्येक किट की लागत लगभग 1,500 रुपए होगी। राज्य में 1 वर्ष में लगभग 1 लाख संस्थागत प्रसव होने का अनुमान है और प्रदेश सरकार ने बेबी किट के लिए 10 करोड़ रुपए का बजट प्रावधान किया है।
उन्होंने कहा कि इस किट में 20 वस्तुएं शामिल होंगी जिनमें डिजिटल थर्मामीटर (digital thermometer), नेल कटर (Nail cutter), टोपी, साफ्ट ब्रिस्टल हेयर ब्रश (soft bristle hair brush), बिब (Bib), बच्चे के लिए वाश क्लाथ (Wash cloth for baby) और मां के लिए सेनिटरी नैपकिन (sanitary napkin) जैसी 8 नई वस्तुएं शामिल हैं।
इसमें बच्चे के लिए वन पीस स्लिप-आन आउट फिट (One piece slip-on out fit), बेबी वेस्ट (2), बेबी मिटनस और बुटिस (Baby Mittens and Buttis), बच्चों की मालिश का तेल (baby oil), तौलिया, कपड़े के नेपी (cloth nappies), हेंड सेनेटाइजर (hand sanitizer), मछरदानी (Mosquito net), मिंक कम्बल (Mink Blanket), रेटल टाय (Retal Toy), मलमल/फूलालैन (2) तथा मां के लिए टूथब्रश (Toothbrush), पेस्ट (Toothpaste), नहाने का साबुन (bath soap) और वैसलीन (Vaseline) इत्यादि भी शामिल होंगे।
इसके उपरांत स्वास्थ्य मंत्री ने हिमाचल प्रदेश चिकित्सा सेवाएं निगम लिमेटिड (Himachal Pradesh Medical Services Corporation Limited) (HPMSCL) के बोर्ड की बैठक की अध्यक्षता भी की।
बैठक में विभिन्न विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई। बैठक में विभिन्न संस्थानों के लिए मशीनरी, वाहन, अस्पताल के फर्नीचर (Hospital Furniture) आदि की खरीद प्रक्रिया शुरू करने को भी मंजूरी दी गई।
स्वास्थ्य सचिव एम. सुधा देवी, विशेष सचिव स्वास्थ्य डा. अश्वनी शर्मा, निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं डा. गोपाल बेरी, निदेशक चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान डा. राकेश शर्मा, मिशन निदेशक एनएचएम (NHM) प्रियंका वर्मा और हिमाचल प्रदेश चिकित्सा सेवाएं निगम के महाप्रबंधक राजीव कुमार भी बैठक में उपस्थित थे। Himachal News
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