Himachal News : शिमला। नेता प्रतिपक्ष (opposition leader) जयराम ठाकुर (Jai Ram Thakur) ने कहा है कि कांग्रेस (Congress) की सुक्खू सरकार (Sukhu Government) ने बिना पूरी तैयारी के यूनिवर्सल कार्टन (Universal Carton) को सेब (Apple) खरीद में अनिवार्य कर दिया है।
उन्होंने कहा कि अभी भी कई बागवानों (Gardener) के पास हजारों की संख्या में टेलीस्कोपिक कार्टन (Telescopic Carton) पहले से पड़े हुए हैं, जिनकी कीमत लाखों में है। ऐसे में सरकार टेलीस्कोपिक कार्टन को बागवानों से उचित मुआवजा देकर वापस ले जिससे बागवानों को सेब के सीजन की शुरूआत में ही राहत मिल सके।
जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार ने जल्दबाजी में सेब का सीजन शुरू होने के ठीक पहले यूनिवर्सल कार्टन को अनिवार्य कर दिया, जबकि अर्ली सीजन से जुड़े बागवानों ने टेलीस्कोपिक कार्टन की व्यवस्था पहले से कर ली थी।
अब बागवानों को यूनिवर्सल कार्टन भी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। जिससे वह अपने उत्पाद को मंडियों में ले जा सके। यदि वह टेलीस्कोपिक कार्टन में ले जाते हैं तो आढ़ती उसे खरीदने से मना कर दे रहे हैं जिसके कारण एक तरफ उनका नहीं बिक पा रहा।
दूसरी तरह मंडी से वापस लाने का अतिरिक्त खर्च भी हो रहा है। न नियम स्पष्ट हैं और न ही कोई अन्य व्यवस्था। कार्टन न होने के कारण बागवान और आढ़ती दोनों परेशान हैं और सरकार ने नियम लाकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया है। सरकार उच्च गुणवत्ता युक्त यूनिवर्सल कार्टन उचित कीमत पर उपलब्ध करवाए।
जयराम ठाकुर ने कहा कि बागवानों के साथ कांग्रेस का रवैया हमेशा से ही दुर्भाग्यपूर्ण रहा है। पिछले सीजन में भी सरकार ने वजन के हिसाब से खरीद करने के नियम बना दिए लेकिन मंडियों में सेब का वजन करने के लिए तौल मशीन तक की व्यवस्था नहीं करवा पाए।
जिसके कारण बागवानों और आढ़तियों को समस्याएं हुई और हालात ऐसे पैदा हुए कि आढ़तियों ने सेब लेने से ही मना कर दिया। बागवान किराये की गाड़ियां लेकर मंडियों में परेशान होते रहे और सरकार बयानबाजी करती रही।
सरकार कोई भी निर्णय करने के पहले, उसके निर्बाध क्रियान्वित करने में आने वाली अड़चनों से निपटने की तैयारी नहीं करती। इसका सिर्फ़ एक कारण है कि सरकार बिना सोचे-समझे, बिना तैयारी के नियम बनाती है।
उन्होंने कहा कि सरकार, कांग्रेस द्वारा चुनाव में बागवानों को दी गई गारंटी पर बात नहीं करती हैं। सरकार कब बागवानों द्वारा अपने उत्पाद का मूल्य खुद तय करने की गारंटी पूरा कर रही है।
भ्रष्टाचार के आरोपों पर मुख्यमंत्री की खामोशी नहीं, जवाब चाहती है जनता Himachal News
जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री कार्यालय पर लग रहे भ्रष्टाचार (Corruption) के आरोप और इनकम टैक्स (Income Tax) और ईडी (ED) की राडार में आए कारोबारियों से मुख्यमंत्री के संबंधों पर प्रदेश के लोग मुख्यमंत्री की खामोश की बजाय उनसे जवाब मांग रहे हैं। इस तरह के भ्रष्टाचार के आरोप लगना चिंताजनक है।
उन्होंने कहा कि सरकार प्रदेश में विकास के कामों पर पूरी तरह विराम लगा चुकी है, लेकिन नियमित रूप से कर्ज लेकर ही सरकार चला रही है। इस महीनें फिर से सरकार ने कर्ज के लिए आवेदन कर दिया है।
प्रदेश के मुखिया को यह भी बताना चाहिए कि विकास के एक भी काम न करने के बाद भी सरकार द्वारा कर्ज क्यों लिया जा रहा है। Himachal News
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