Aaj Samaj (आज समाज), Himachal Crises, शिमला: हिमाचल प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस की सुक्खू सरकार का संकट खत्म होता नजर नहीं आ रहा है। बागी विधायकों ने एक ओर जहां मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू पर जमकर निशाना साधा है, वहीं पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह के बेटे और कांग्रेस विधायक व सुक्खू कैबिनेट के मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने सोशल मीडिया पर अपने प्रोफाइल का स्टेटस बदल दिया है। उन्होंने फेसबुक व इंस्टाग्राम अकाउंट से पीडब्ल्यूडी मिनिस्टर और विधायक को हटाकर ‘हिमाचल का सेवक’ स्लग का इस्तेमाल किया है। विक्रमादित्य का यह बदलाव सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। उनके इस फैसले से बार फिर सियासी गलियारों में सुगबुगाहट तेज हो गई है।
सुक्खू ने हमें अपमानित किया जलील किया : बागी
सूत्रों के अनुसार प्रतिभा सिंह और विक्रमादित्य खेमे में अब भी नाराजगी है जो एक बार फिर खुलकर सामने आ गई है। ऐसे संकेत हैं कि राज्य में फिर से राजनीतिक संकट खड़ा हो सकता है। उधर कांग्रेस के छह बागी विधायकों में शामिल राजिंदर राणा ने सुक्खू सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा, सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री ने हमें जलील किया, अपमानित किया। यहां तक कि सुक्खू विधायकों के काम नहीं करते हैं।
मुख्यमंत्री ने वोटरों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया
हमारी विधानसभा के वोटर ने जिस उम्मीद के साथ हमें विधानसभा भेजा था उन उम्मीदों पर पानी फेर दिया। राजिंदर ने बताया कि उन्होंने कई बार हाईकमान को अवगत कराया कि प्रदेश में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। गौरतलब है कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार के पास बहुमत होने के बावजूद पार्टी राज्यसभा की सीट हार गई है और उसके बाद से 6 कांग्रेसी विधायक बागी हो गए हैं। तभी से सरकार संकट में है।
वीरभद्र के बेटे विक्रमादित्य पहले कर चुके हैं इस्तीफे का ऐलान
बता दें कि विक्रमादित्य सिंह ने सीएम सुक्खू के खिलाफ नाराजगी जाहिर करते हुए मंत्री पद से इस्तीफे का भी ऐलान किया था। आलाकमान का संदेश मिलने के बाद उन्होंने इस्तीफा वापस ले लिया था। इसके बाद वह कैबिनेट की मीटिंगबीच में छोड़कर चले गए और बाद में खबर आई थी कि विक्रमादित्य ने चंडीगढ़ में बागी कांग्रेस विधायकों से मुलाकात की थी।
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