Aaj Samaj (आज समाज), Himachal By Elections, नई दिल्ली: बीजेपी ने हिमाचल कांग्रेस के बागी छह विधायकों को विधानसभा उपचुनाव के लिए टिकट दिया है। प्रदेश में पिछले महीने हुए सिसासी घटनाक्रम के 25 दिन बाद इन अयोग्य करार दिए गए छह विधायकों ने पिछले सप्ताह शनिवार को बीजेपी का दामन थामा था। इसके बाद से चर्चा थी कि राज्य की छह सीटों पर होने वाले उपचुनाव में बीजेपी इन्हें टिकट दे सकती है।
लोकसभा चुनाव के साथ एक जून को होना है मतदान
प्रदेश में लोकसभा चुनाव के साथ छह सीटों, धर्मशाला, सुजानपुर, कुटलेहड़, लाहौल स्पीति, गगरेट और बड़सर सीट पर विधानसभा उपचुनाव के लिए एक जून को मतदान होना है। धर्मशाला से पूर्व विधायक सुधीर शर्मा, सुजानपुर से राजिंदर राणा, बड़सर से इंद्रदत्त लखनपाल, लाहौल स्पाति से रविंद्र रवि, गगरेट से चैतन्य शर्मा और कुटलेहड़ से देवेंद्र भुट्टो को उपचुनाव के लिए टिकट दिया गया है। इन लोगों को टिकट देने से बीजेपी के पूर्व मंत्री राम लाल मारकंडा और वीरेंद्र कंवर का टिकट कट गया है।
राज्यसभा चुनाव के दौरान 6 विधायकों पर लगे थे क्रॉस वोटिंग के आरोप
दरअसल हिमाचल में 27 फरवरी को राज्यसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के 6 विधायकों पर क्रॉस वोटिंग के आरोप लगे थे जिसके बाद उन्हें अयोग्य करार दे दिया गया था। कांग्रेस के इन बागियों द्वारा क्रॉस वोटिंग करने से कांग्रेस के प्रत्याशी अभिषेक मनु सिंघवी हार गए थे। तीन निर्दलीय विधायकों ने भी बीजेपी को वोट दिया था। ये तीनों विधायक भी बीजेपी में शामिल हो गए हैं।
इसलिए की थी क्रॉस वोटिंग
दरअसल, राजेंद्र राणा और सुधीर शर्मा को सीएम सुक्खू ने कैबिनेट मंत्री नहीं बनाया था। लगातार राणा और सुधीर को दरकिनार किया जा रहा था। साथ ही अन्य बागियों ने भी अनदेखी के आरोप लगाए थे। इसी वजह से इन्होंने भाजपा प्रत्याशी को वोट दिया थी।
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