नई दिल्ली। विश्व चैंपियनशिप के लिए 400 मीटर में क्वालिफाई नहीं करने के चलते हिमा को चोटिल बताया जा रहा है। बता दें कि हिमा बीते दो माह में छह रेशों में गोल्ड जीतने वाली खिलाड़ी हैं। खास बात यह है कि अगर हिमा दास एशियाई चैंपियनशिप के बाद से ही चोटिल थीं तो वह यूरोप में पिछले दो माह में दौड़ती कैसे रहीं। अगर उनकी चोट बढने का खतरा था तो उन्हें दौड़ाया ही क्यों गया?
हिमा की ही तरह 400 मीटर के धावक धरुन भी चोटिल थे। वह भी यूरोप में रहे लेकिन दौड़े नहीं। अगर हिमा की चोट बढने का खतरा था तो उनकी कोच गेलिना बुखारिना ने उन्हें 200, 400 और 300 मीटर की रेसों में दौड़ाने का जोखिम कैसे लिया। अब फेडरेशन के एक खेमे की ओर से बताया जा रहा है कि उन्हें डिजेनरेट स्ट्रेस फ्रैक्चर है। हिमा पांच सिंतबर को पटियाला में होने वाली इंडियन ग्रांप्री में भी खेलने नहीं आ रही हैं। वह चेक रिपब्लिक से सीधे माह के अंत में होने वाली दोहा विश्व चैंपियनशिप के लिए रवाना होंगी।
फेडरेशन के एक पदाधिकारी का कहना है कि चेक रिपब्लिक में हिमा का एक और एमआरआई कराया जा सकता है। उसकी रिपोर्ट के बाद ही उनके दौड़ने पर फैसला लिया जाएगा। वहीं कोच का कहना है कि वह मिक्स और रिले इवेंट में दौड़ेंगी, लेकिन किस स्थान पर दौड़ेंगी यह बाद में तय होगा।