महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू होने के बाद एनसीपी और कांग्रेस ने एक साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस की। दोनों पार्टियों के वरिष्ठ नेताओं ने बैठक की। उन्होंने बताया कि कल शिवसेना ने हमसे संपर्क किया था। आज की बैठक के बाद कई पहलूओं पर व्यापक चर्चा जरूरी है। इस संदर्भ में दोनों पार्टियों के बीच न्यूनतम साझा कार्यक्रम पर आम सहमति बनाने के बाद निर्णय लिया जाएगा। मुंबई में दोनों पार्टियों के बीच बैठक हुई। प्रेस कांन्फ्रेंस में प्रफुल्ल पटेल ने यह बातें कहीं। इस मौके पर अहमद पटेल ने कहा कि राष्ट्रपति शासन का हम कांग्रेस की ओर से आलोचना करते हैं। ऐसा करके संविधान का मजाक उड़ाने की कोशिश की गई। राज्यपाल का कांग्रेस को न्यौता न देना गलत बात है। केंद्र ने कभी नियमों का पालन नहीं किया है। अहमद पटेल ने कहा कि कल शिवसेना ने फोन कर समर्थन मांगा था। कांग्रेस के नेता अहमद पटेल ने कहा कि भाजपा ने कई राज्यों में अपनी मनमानी की है। अहमद पटेल ने कहा कि पहले कांग्रेस और एनसीपी एक साथ बात करेगी और मुद्दों पर निर्णय करेगी। आपस में निर्णय करने के बाद शिवसेना से जल्द बातचीत होगी। बाद में एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि हम दोबारा चुनाव महाराष्ट्र में नहीं चाहते हैं।