नई दिल्ली। देश पहले तो कोरोना महामारी से जूझ रहा है। वहीं दूसरी ओर चक्रवात का खतरा मंडरा रहा है। यह महाचक्रवात अम्फान बंगाल और ओडिशा मेंतबाही मचा सकता है। बंगाल और ओडिशा में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश शुरू हो गई है। यहां पर एनडीआरएफ की 41 टीमों को तैनात किया गया है। इस प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए सरकार ने अपनी तैयारी कर ली है। आपदा प्रबंधन दल और सैन्य बचाव दल संभावित खतरे से निपटने के लिए तैयार है। अम्फान के संभावित प्रकोप को लेकर पूर्वी भारत के ओडिशा, पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश में बड़े पैमाने पर लाखों लोगों को सुरक्षित स्थानों की ओर पहुंचाया जा रहा है। इस महाचक्रवात केखतरेसे निपटने के लिए द ोनों ही देश के प्रशासनिक अधिकारी पूरी तैयारी कर रहे हैं। सरकारें व एजेंसियां जरूरी सूचनाओं का त्वरित आदान-प्रदान कर रहे हैं। गौरतलब है कि दो दशकों में बंगाल की खाड़ी में दूसरा महाचक्रवात है। सोमवार को महाचक्रवात के ओडिशा तटों के करीब पहुंचने के साथ ही कुछ हिस्सों में भारी बारिश का दौर शुरू हो गया था। अलर्ट सिस्टम आधारित एसएमएस भेजे जा रहे हैं। तटीय इलाकों में आपात सायरन बज रहे हैं। वहीं, पश्चिम बंगाल में करीब तीन लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। समुद्री क्षेत्र में मछली पकड़ने की गतिविधियां निलंबित की गई हैं। लोगो के अंदर इस महाचक्रवात का भय देखा जा रहा है। ओडिशा में अम्फान महाचक्रवात के कारण तेज हवाएं चल रहीं हैंतेज हवाओं ने कई जगह पेड़ उखाड़ दिए हैं।