Aaj Samaj (आज समाज), High Court Reprimands Farmers, चंडीगढ़: पंजाब एंव हरियाणा हाईकोर्ट ने आंदोलन करने के तरीके को लेकर एक बार फिर किसानों को फटकार लगाई है। वहीं कथित गोलीबारी में मारे गए पंजाब के युवा किसान शुभकरण सिंह की मौत पर हरियाणा सरकार की खिंचाई की।
- शुभकरण की मौत के मामले में हरियाणा सरकार की खिंचाई
अदालत को हरियाणा सरकार ने दिखाई तलवार की कई फोटो
हाई कोर्ट ने गुरुवार को मामले की सुनवाई के दौरान उस समय आंदोलन को शांतिपूर्वक बताने वाले वकीलों को फटकारा, जब हरियाणा सरकार ने किसानों के नौजवान बच्चों द्वारा विरोध-प्रदर्शन के दौरान तलवार लहराने की कई फोटो अदालत को दिखाई। इस पर कोर्ट ने आंदोलनकारी किसानों पर बड़ी टिप्पणी करते हुए कहा, बड़े शर्म की बात है कि आप लोग बच्चों को आगे कर रहे हैं। आप कैसे माता-पिता हैं। बच्चों की आड़ में प्रदर्शन हो रहा है और वह भी हथियारों के साथ। हाथों में तलवार लेकर शांतिपूर्वक प्रोटेस्ट कौन करता है। आप क्या वहां कोई जंग करने जा रहे हैं? यह पंजाब का कल्चर नहीं है। किसान नेताओं को गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
निर्दोष लोगों को आगे कर रहे हो, यह काफी शर्मनाक
कोर्ट ने कहा, आप लोग निर्दोष लोगों को आगे कर रहे हो, जो काफी शर्मनाक है। कोर्ट ने बार-बार इसे शर्मनाक बताया। अदालत ने किसान नेताओं से कहा, आप लोगों को यहां खड़े होने तक का अधिकार नहीं है। उधर, शुभकरण की पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी सामने आई है। पटियाला के हरियाणा-पंजाब बॉर्डर खनौरी में शुभकरण सिंह की मौत हो गई थी और अब उसकी जो पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई है, जिसमें उसकी मौत का कारण किसी हथियार की चोट से बताया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि इस हथियार की चोट हुई है। शुभकरण के सिर में पीतल के छर्रे भी मिले थे।
पटियाला की वारदात भूल गए, पुलिस अफसर का हाथ काट दिया था : कोर्ट
हाई कोर्ट ने किसानों के वकीलों से कहा, यहां खड़े होकर बोलना बहुत आसान है। क्या आप पटियाला की घटना भूल गए? जब एक पुलिस अधिकारी का हाथ काट दिया गया था। उधर, किसान अब भी हरियाणा के बॉर्डरों पर डटे हुए हैं। फिलहाल वे दिल्ली कूच को लेकर आगे नहीं बढ़े हैं।
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