बंगाल की खाड़ी में बन रहा निम्न दवाब का क्षेत्र
आज समाज डिजिटल, नई दिल्ली:
एक सिंतबर से ही उत्तर भारत में मौसम परिवर्तनशील बना हुआ है। उत्तर प्रदेश, दिल्ली एनसीआर, हरियाणा में जहां रुक-रुककर बारिश लगातार हो रही है। वहीं बंगाल की खाड़ी में मौसमी सक्रियता बढ़ गई है। इससे देश के कई हिस्सों में फिर से सामान्य से भारी बारिश की उम्मीद मौसम विशेषज्ञों ने जताई है। मौसम विशेषज्ञों ने उम्मीद जताई है कि 6 सितंबर से उत्तर-मध्य बंगाल की खाड़ी में निम्न दवाब का क्षेत्र विकसीत हो सकता है। ऐसे में दक्षिण से लेकर उत्तर भारत में बारिश होगी।
दिल्ली में बारिश ने तोड़ा वर्षों का रिकॉर्ड
एक सिंतबर से लेकर तीन सितंबर तक राजधानी में खूब बदिरा बरसे। इन तीन दिनों में ही इतना पानी बरसा कि प्रशासन के पसीने छूट गए। राजधानी में जगह-जगह जलभराव हो गया। जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। इन तीन दिनों में राजधानी में इतनी बारिश हुई की पिछले 19 साल का रिकॉर्ड टूट गया। मौसम विभाग ने राजधानी में सोमवार से येलो अलर्ट जारी किया गया है। हर साल की भांति इस साल भी मानसून ने बिहार को बुरी तरह से प्रभावित किया है। लगातार जारी बारिश से बिहार की सभी नदियां पानी से लबालब हैं। जिसके चलते राज्य का बढ़ा हिस्सा बाढ़ ग्रस्त है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तरफ से बाढ़ प्रभावित लोगों को आर्थिक सहायता देने का भी ऐलान किया है। वहीं यहां पर बारिश का अलर्ट लगातार जारी किया जा रहा है। मानसून की सक्रियता के चलते हिमाचल व उत्तराखंड में लैंड स्लाइडिंग की घटनाएं लगातार जारी हैं। जिससे लोगों को वित्तीय व जानी हानि का सामना करना पड़ा है। वहीं मौसम विभाग की माने तो उत्तराखंड में 6-7 सितंबर को मध्यम से भारी बारिश का अनुमान है जिसके चलते मौसम विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है।