शिमला में जमकर हुई बारिश और ओलावृष्टि, दिन में छा गया अंधेरा

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Heavy rain and hailstorm in Shimla

शाम को सुहावना हुआ मौसम  

सेब और सब्जियां हुई क्षतिग्रस्त 

लोकिन्दर बेक्टा, शिमला:
हिमाचल प्रदेश में लगातार चल रहे सूखे के बाद राज्य में कुछ स्थानों पर अब बारिश होनी शुरू हुई है। इससे उन इलाकों में किसानों व बागवानों को राहत मिलने लगी है, जहां पर बारिश हो रही है। राजधानी शिमला में भी तीन दिन बाद मंगलवार को फिर अच्छी बारिश हुई। राजधानी में दोपहरबाद एकाएक मौसम के तेवर बदले और फिर जमकर बारिश हुई। वहीं, इस दौरान ओलावृष्टि भी जमकर हुई और माल रोड के साथ-साथ शिमला-कालका हाईवे भी सफेद हो गया। शिमला में इस दौरान 50 मिमी. बारिश रिकार्ड की गई।

सूखे का आलम, किसानी और बागवानी भी प्रभावित

Heavy rain and hailstorm in Shimla

प्रदेश में इन दिनों सूखे की स्थिति बनी है। सूखे का आलम यह है कि किसानी और बागवानी भी प्रभावित हुई है। किसानों ने कई तरह की सब्जियां लगाई हैं, लेकिन सिंचाई न हो पाने के कारण इस पर सूखे की मार पड़ रही थी। वहीं, सेब और अन्य फलों पर भी सूखे का खतरा मंडरा रहा है। कम ऊंचाई वाले इलाकों में बारिश न होने के कारण फलों की फसलें खराब होनी शुरू हो गई है और अब असर मध्यम ऊंचाई वाले इलाकों तक पहुंच गया है। पिछले करीब ढाई माह से बारिश न कारण जमीन में नमी भी लगातार कम हो रही है और इसका असर सेब और अन्य पौधों पर पड़ रहा है। अब राज्य में अलग-अलग स्थानों पर बारिश का दौर शुरू हुआ है और इससे किसानों और बागवानों ने राहत की सांस ली है। किसान-बागवान लंबे समय से बारिश का इंतजार कर रहे थे और जहां-जहां बारिश हो रही है, वहां फसलों के सूखने से राहत मिल रही है, लेकिन जिन इलाकों में अभी भी बारिश नहीं हुई है, वहां पर स्थिति चिंताजनक होती जा रही है।

ओलावृष्टि के चलते यातायात में भी दिक्कत आने लगी

Heavy rain and hailstorm in Shimla

मंगलवार को राजधानी शिमला और साथ लगते इलाकों में दिन में भी अंधेरा छा गया। बारिश के बीच जोरदार ओलावृष्टि हुई। माल रोड के साथ-साथ शहर के अन्य इलाकों में भी भारी ओलावृष्टि हुई। ओलावृष्टि के चलते शिमला-कालका सफेद हो गया और इससे यातायात में भी दिक्कत आने लगी। उधर, ऊपरी शिमला में भी कई स्थानों पर ओलावृष्टि हुई है। ओलावृष्टि के कारण सेब की फसल को नुकसान पहुंचा है। साथ ही सब्जियां भी इसकी चपेट में आई हैं। सेब को ओलावृष्टि से बचाने के लिए कई स्थानों पर बागवानों ने एंटी हेलनेट्स भी लगाए हैं, लेकिन जो बागवान ऐसा नहीं कर पाए हैं, उनकी फसल को अधिक नुकसान हुआ है।

ओलों की मार से बागवानों को भारी आर्थिक नुकसान

ऊपरी शिमला में ठियोग, कोटखाई, रोहड़ू, रामपुर, ननखड़ी आदि समेत कई स्थानों पर ओलावृष्टि आ चुकी है और इससे फसलों को नुकसान हुआ है। सेब और अन्य फलों की फसलें ही ऊपरी शिमला में आय का मुख्य साधन है और इस पर ओलों की मार से बागवानों को भारी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले दिनों में कुछ स्थानों पर बुधवार को राज्य के मध्यम और अधिक ऊंचाई वाले कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। साथ ही तेज हवाएं चलने  और ओलावृष्टि की भी संभावना है। विभाग ने इसे लेकर यलो अलर्ट भी जारी किया है।

आने वाले दिनों में भी मौसम खराब रहने और बारिश की संभावना

बारिश न होने से बनी सूखे की स्थिति और तापमान में तेजी से उछाल आने से राज्यभर में जंगलों में आग लगने की घटनाएं दिनोंदिन बढ़ रही है। राजधानी के चारों और भी कई जगह वनों में आग लगी है और धुंआ छाया हुआ है। अब बारिश होने से वनों की आग पर बुझेगी और इससे वन संपदा भी खाक होने से बचेगी। राज्य में आने वाले दिनों में भी मौसम खराब रहने और बारिश की संभावना जताई है। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि इससे वनों में लगी आग बुझेगी।

 

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